Uttar Pradesh BJP Crisis: लोकसभा चुनाव 2024 में खराब नतीजों को लेकर यूपी बीजेपी में शुरू हुई खींचतान खत्म होती नहीं दिख रही है. यूपी बीजेपी कार्यसमिति की बैठक के अगले दिन ही प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी और डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य को दिल्ली बुलाया गया. दोनों ने पार्टी के सीनियर नेताओं से मुलाकात के बाद जिस तरह की प्रतिक्रिया दी, उसके अलग ही मायने निकाले जा रहे थे.
दरअसल, केशव प्रसाद मौर्य और भूपेंद्र चौधरी ने हाल ही में हुई प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक में जिस तरह अपनी बात रखी थी, उससे माना जा रहा था कि वह अपने रोल से खुश नहीं हैं और उनकी सीएम योगी से भी नहीं बन रही है. भूपेंद्र चौधरी के बयान ने भी सरकार और संगठन के बीच के अंतर की तरफ इशारा किया था.
प्रदेश अध्यक्ष ने ली खराब प्रदर्शन की जिम्मेदारी
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने बुधवार (17 जुलाई 2024) को जेपी नड्डा के अलावा पीएम नरेंद्र मोदी से भी मुलाकात की. बताया गया है कि इस मुलाकात के दौरान उन्होंने यूपी रिजल्ट को लेकर अपनी रिपोर्ट पीएम को सौंपी. इसके अलावा कहा जा रहा है कि उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष होने के नाते इस हार की नैतिक जिम्मेदारी ली. इस बीच उनके इस्तीफे की भी अफवाह उड़ी. हालांकि भूपेंद्र चौधरी ने इसका खंडन किया.
दिल्ली बुलावे के बाद बदले केपी मौर्य के तेवर
वहीं दिल्ली में सीनियर नेताओं से मुलाकात के बाद डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के तेवर बदले नजर आए. इस मीटिंग से पहले केपी मौर्य ने कहा था कि संगठन सरकार से बड़ा है. इस बात को उन्होंने बुधवार को एक्स पर पोस्ट भी कर दिया. कुछ देर बाद इसे डिलीट किया गया. हालांकि इसे फिर से एक्स पर पोस्ट किया गया. केपी मौर्य ने कहा कि संगठन सरकार से बड़ा है, जो कार्यकर्ताओं का दर्द है वही मेरा दर्द है. इनकी इस लाइन से लगा कि यूपी बीजेपी में सब कुछ ठीक नहीं है.
हालांकि दिल्ली में जेपी नड्डा से मिलने के बाद केशव मौर्य ने कहा कि सरकार 2027 में भी बनेगी और ठीक वैसे बनेगी जैसी 2017 में बनी थी. इस बयान के बाद लगा कि बीजेपी का विवाद खत्म होने वाला है.
अखिलेश यादव ने कुछ इस अंदाज में ली चुटकी
वहीं समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने बीजेपी की इस टकराहट पर तंज कसकते हुए कहा कि पहले तो इंजन और डिब्बे टकराते थे और अब स्थिति ये है कि डिब्बे भी आपस में टकरा रहे हैं. उनका मतलब यहां बीजेपी की खींचतान से था. उन्होंने कहा कि बीजेपी ने आपसी टकराहट में प्रशासन को तहस नहस कर दिया है.
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