अयोध्या: अयोध्या विवाद पर फैसला सुप्रीम कोर्ट को करना है, अभी इस पर फैसला आने का इंतजार है, लेकिन इससे पहले विश्व हिंदू परिषद की ओर से मंदिर बनाने की तैयारी शुरू हो गई है. विश्व हिंदू परिषद ने अयोध्या में मंदिर बनाने के लिए तीन ट्रक पत्थर मंगवाए हैं. ये पत्थर कारसेवक पुरम में रखवाए गए हैं.
राम मंदिर निर्माण के लिए मुसलमानों ने देवाशरीफ दरगाह पर मांगी दुआ
बता दें कि अयोध्या में मंदिर या मस्जिद को लेकर विवाद लंबे समय से चला आ रहा है. हिंदू पक्ष वहां मंदिर का दावा करता है जबकि मुस्लिम पक्ष बाबरी मस्जिद का दावा करते हैं. फिलहाल ये विवाद सुप्रीम कोर्ट में लंबित है. जल्द अयोध्या में राम मंदिर बने इसके लिए साधु संत राम नाम का जाप भी कर रहे हैं.
विश्व हिंदू परिषद श्री राम जन्मभूमि न्यास के प्रतिनिधि प्रकाश कुमार गुप्ता का कहना है, ‘’तीन ट्रक लाल पत्थर आए हैं, जिन्हें राम मंदिर के निर्माण के लिए इस्तेमाल किया जाएगा.’’ उन्होंने कहा कि राम मंदिर निर्माण का कार्य साल 1991 से ही चल रहा है. बीच में काम में थोड़ी रुकावट आई थी लेकिन अब काम में फिर तेजी लाइ जाएगी.’’
अयोध्या में महंत परमेश्वर दास शास्त्री ने कहा, ‘’राम मंदिर से संबंधित राष्ट्रीय हिंदुत्व की एकता पर हम पहल कर रहे हैं. क्योंकि इस एकता से हम जितना आगे बढ़ते रहेंगे उतना ही राम मंदिर बनाने का हमारा काम जल्दी होगा.’’
बाबरी मस्जिद एक्शन कमेटी के संयोजक जफरयाब जिलानी का कहना है कि पत्थर जमा करने के पीछे तनाव पैदा करने की कोशिश है, वो सिर्फ ये दिखाना चाहते हैं कि वो राम मंदिर के लिए गंभीर है. वहीं, बीजेपी के नेता सुब्रमण्यम स्वामी का कहना है कि जिस जगह को लेकर विवाद है, वहां पत्थर नहीं रखे जा रहे हैं इसलिए इस पर विवाद नहीं होना चाहिए.
पिछले महीने भी आए थे दो ट्रक लाल पत्थर
बता दें कि पिछले महीने भी विश्व हिंदू परिषद ने विधिक रूप से वाणिज्य कर विभाग द्वारा फॉर्म 39 के प्रावधान को पूरा करते हुए राजस्थान से दो ट्रक पत्थरो की खेप तराशी के लिए मंगवाए थे. लाल पत्थरों से लदे ट्रक राजस्थान के भरतपुर से अयोध्या पहुंचे थे.