आगरा: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक साल पहले उत्तर प्रदेश को उत्तम प्रदेश बनाने का वादा किया था. लेकिन ताज नगरी आगरा से जो घटना सामने आई है वो शर्मसार करने वाली है. यहां मनचले बीच सड़क पर महिला टीवी एंकर के पीछे पड़ गए. महिला ने 1090 यानी महिला हेल्पलाइन से मदद भी मांगी. बावजूद इसके किसी ने महिला की मदद नहीं की. हेल्पलाइन टीम सोती रही.

शिकायत के बाद भी नहीं हुई कार्रवाई- दामिनी

दरअसल पिछले गुरुवार महिला एंकर दामिनी माहौर काम खत्म करके घर लौट रही थी तभी रास्ते में नशे में धुत दो युवकों ने उनका पीछा किया और छेड़छाड़ की. दामिनी का कहना है कि उन्होंने महिला हेल्पलाइन नंबर 1090 पर इसकी शिकायत की भी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई.

दामिनी ने पूरी घटना को फेसबुक पर पोस्ट की, जो वायरल हो गई. पुलिस ने इस मामले में आरोपी मनचलों को गिरफ्तार कर भी कर लिया है लेकिन अब महिला हेल्पलाइन टीम पर सवाल खड़े होने लगे हैं.

इस मामले पर 1090 के प्रभारी आईजी नवनीत सिकेरा ने कहा, ‘’हमने दामिनी से घटना के लिए माफी मांगी है और लापरवाही बरतने के लिए अपने दो अधिकारियों को निलंबित कर दिया है. हम हर साल 10 लाख मामलों को देखते हैं और यह घटना अपने आप में दुर्लभ है.’’



दामिनी की फेसबुक पोस्ट

25 जनवरी 2018 रात 8 बजे मैं भगवान टॉकीज़ से एम जी रोड पर जा रही थी. भगवान टॉकीज़ से ये दो नौजवान युवक, जो कि नशा किये हुए थे. मुझे इशारे करते हुए मेरे साथ साथ चलने लगे. मैंने पहले तो इनको नज़रअंदाज़ किया, लेकिन थोड़ी देर बाद ये मुझसे बात करने की कोशिश करने लगे. सूरसदन पर आकर मैंने अपना रास्ता बदल लिया और दूसरी तरफ मुड़ गयी. वहीं ये लोग भी पीछे पीछे आ गए. जब मैं बहुत परेशान हो गयी तो मैं इन दोनों की गाड़ी के नम्बर की फोटो खींचने लगी तो पीछे बैठा युवक बोला कि नम्बर फ़र्ज़ी है. फिर जब मैंने उसकी फोटो ली तो वो अलग अलग पोज़ देने लगा. जैसा कि आप फोटो में देख सकते हैं. शर्म और डर नाम की कोई चीज़ इनके चेहरे पर दिखाई नहीं दे रही.

बात यहीं खत्म नहीं हुई. मैंने घर आकर महिला हेल्प लाइन नम्बर '1090' पर फोन किया और अपनी कम्प्लेंट रजिस्टर करानी चाही.तो वहाँ मेरी बात सुनने के बाद बोला गया कि आपके पास कम्प्लेंट रजिस्टर का नम्बर आएगा. और आज 4 दिन बीत जाने के बाद भी कोई कम्प्लेंट रजिस्टर नहीं मिला जहां मुझे 'महिला हेल्प लाइन' सेवा नाकाम होती दिखी.

ये युवक तो चले गए बेशर्मों की तरह... पर मुझे शर्म आयी हमारी महिला हेल्प लाइन पर हमारी पुलिस पर सरकार पर जिसका कोई ख़ौफ़ इन बेशर्म लड़कों की शक्ल पे दूर दूर तक नज़र नहीं आ रहा.इन्होंने मेरे साथ जो किया वो गुनाह इतना बड़ा नहीं था.पर ऐसी मानसिकता वाले ये लड़के जिन्हें पुलिस का कोई ख़ौफ़ नहीं यही लड़के आज अगर किसी को छेड़ रहे है तो कल किसी का बलात्कार भी इसी बेशर्मी से कर के किसी लड़की की ज़िंदगी बर्बाद कर देंगे. नेता पहुंच जाएंगे कैंडल जला कर अपना चेहरा चमकाने के लिये.और हाथ पर हाथ रख कर बैठी रह जायेगी ये नाम की महिला हेल्प लाइन ,पुलिस और सरकारें.

आज मुझे बड़े ही अफसोस के साथ कहना पड़ रहा है कि मुझे शर्म है ऐसी महिला हेल्पलाइन, एसएसपी आगरा, डीजीयूपी और योगी आदित्यनाथ पर.’’