पौड़ी: उत्तराखंड में कल पौड़ी, उत्तरकाशी और टिहरी में बादल फटने की घटनाएं हुई हैं. पौड़ी जिले में तीन जगह बादल फटने की खबर है. इसके अलावा टिहरी के घंसाली में भी बादल फटने के बाद भारी बारिश हुई है. यहां तैयार खड़ी फसलों को काफी नुकसान पहुंचा है. घनसाली में द्वारी और थापला पट्टी फेगुल इलाके में बदल फटने से नदी नाले उफान पर हैं. इस घटना के बाद चारधाम यात्रा पर गए हजारों यात्री भी सड़कों पर फंस गए हैं.

खेती को काफी नुकसान पंहुचा

बादल फटने से पानी सड़कों पर आ गया है और सड़के नदी में तब्दील हो गई हैं. संपर्क मार्ग के जगह पर क्षतिग्रस्त हो गए है. टिहरी जिले में फिलहाल किसी की जनहानि की सूचना नहीं है. मगर खेती को काफी नुकसान पंहुचा है.

तेज बहाव में तीन बच्चे बहे, दो को बचाया गया

उत्तरकाशी के बड़कोट के गंगताड़ी में बादल फटने के बाद एक नाले में तेज बहाव में तीन बच्चे बह गए दो को तो बचा लिया गया, लेकिन 12 साल की बच्ची सावित्री अब तक लापता है. बड़कोट पुलिस और एसडीआरएफ की टीम रेस्क्यू आपरेशन चला रही हैं.

बादल फटने से बह गई दो गौशाला 

पौड़ी के थलीसैण ब्लाक के स्योलिखण्ड क्षेत्र में भी बादल फटने की खबरें है. यहां बादल फटने से दो गौशाला बह गई जिसमें दर्जनों मवेशियों के बहने की सूचना है. खबर ये भी है कि दो गौशाला पानी में डूब गई हैं. पौड़ी के पैठाणी में तेज बरिश होने के कारण रास्ते बंद हो गए हैं.

हजारों यात्री सड़को पर फंसे

केदारनाथ घाटी में मंदाकनी नदी उफान पर है. मंदाकनी नदी पर बनाये गए अस्थायी झूलापुल तेज बहाव में डूब गए हैं. सोढ़ी में केदारनाथ हाइवे बंद हो गया है, जिसके कारण हजारों यात्री सड़कों पर फंस गए हैं. भारी बारिश से चारधाम यात्रा पर भी असर पड़ा है. कई जगह सड़कों पर मलवा आ जाने से सड़कें बंद हो गई हैं. हरिद्वार और देहरादून में भी भारी बारिश हुई है.

बादल फटने की घटना सिर्फ पौड़ी में हुई- सीएम

बादल फटने की घटना के बाद उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने कहा है, ‘’कई समाचार चैनलों में उत्तराखंड में चार जगह बादल फटने की ख़बरें आ रही हैं. मैं स्पष्ट कर दूं की उत्तराखंड के विभिन्न इलाकों में तेज बारिश हुई है, लेकिन बादल फटने की घटना सिर्फ पौड़ी में हुई है. किसी भी आपात स्थिति से निपटने को सभी जिलाधिकारियों को अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं.’’