Uttrakhand Political Crisis: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री का चेहरा एक बार फिर से बदलने जा रहा है. वर्तमान मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने संवैधानिक कारणों का हवाला देते हुए पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को इस्तीफे की पेशकश की. मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को पत्र लिख कर इस्तीफ़ा भेजा, इसमें लिखा- जनप्रतिनिधि क़ानून की धारा 151 A के तहत अब उप चुनाव संभव नहीं है इसलिए मै मुख्यमंत्री पद से इस्तीफ़ा देता हूं.


इसके बाद तीरथ सिंह ने शुक्रवार की रात 10 बजे राजभवन जाकर राज्यपाल बेबी रानी मौर्या को अपना इस्तीफा सौंप दिया. इधर, शनिवार की दोपहर 3 बजे उत्तराखंड में बीजेपी विधायक दल की बैठक बुलाई गई है. नए सीएम के तौर पर धन सिंह और सतपाल महाराज समेत चार नेताओं के नाम सामने आ रहे हैं. मुख्यमंत्री पद की रेस में रीतू खंडूरी और पुष्कर धामी का भी नाम आ रहा है. सूत्रों के मुताबिक इस वक्त किसी मौजूदा राज्य के विधायक को ही मुख्यमंत्री बनाया जाएगा. 


उत्तराखंड में चार महीने में दूसरी बार मुख्यमंत्री बदला जाएगा. अगले साल जनवरी में विधानसभा चुनाव का ऐलान होगा. विधानसभा चुनाव से छह महीने पहले उप-चुनाव नहीं कराया जाएगा. इसलिए रावत का इस्तीफा बड़ी वजह बन रही है. तीरथ सिंह रावत अभी किसी सदन के सदस्य नहीं हैं. सीएम बने रहने के लिए छह महीने के भीतर सदस्य बनना होता है.


तीरथ सिंह रावत 10 मार्च 2021 को मुख्यमंत्री बनाए गए थे. 10 सितंबर तक तीरथ रावत राज्य के मुख्यमंत्री रह सकते हैं. वैसे सीएम पद पर रहने के दौरान कई बार अपने बयानों के चलते विवादों में रहे तीरथ सिंह रावत.


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