Harak Singh Rawat Resigns: हरक सिंह रावत ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है. रावत देहरादून में कैबिनेट की बैठक में शामिल थे. इसी दौरान बैठक छोड़कर निकल गए. उनके समर्थकों ने सचिवालय में जमकर हंगामा किया. सूत्रों के मुताबिक, कैबिनेट की बैठक में आम आदमी पार्टी की घोषणा को काउंटर करने के मकसद से सीमित संख्या में मुफ्त बिजली की घोषणा संबंधी प्रस्ताव पेश किया गया. सूत्र बताते हैं कि इस पर चर्चा शुरू हुई, जो धीरे धीरे बहस में तब्दील हो गई और हरक सिंह कैबिनेट की बैठक से नाराज होकर यह कहते हुए बाहर निकल गए कि वो अपना इस्तीफा देते हैं. 


हरक सिंह रावत के पास उत्तराखंड में वन एवं पर्यावरण, लेबर और स्किल डेवलपमेंट मंत्रालय है. उत्तराखंड में अगले साल की शुरुआत में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. ऐसे समय में रावत ने इस्तीफा देकर सत्तारूढ़ बीजेपी को बड़ा झटका दिया है. 


बता दें कि बीजेपी ने तीरथ सिंह रावत को हटाकर पुष्कर सिंह धामी को मुख्यमंत्री बनाया था, तब से हरक सिंह रावत समेत कुछ वरिष्ठ मंत्रियों की नाराजगी की बात सामने आई थी. पुष्कर धामी खटीमा से दूसरी बार के विधायक हैं. 


कांग्रेस में शामिल होंगे रावत?


कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक हरक सिंह कांग्रेस नेताओं के संपर्क में हैं और जल्द कांग्रेस में शामिल होंगे. 


हरक सिंह रावत के कांग्रेस में शामिल होने की चर्चा होती रही है. हालांकि रावत लगातार इनकार करते रहे हैं. इस बीच उन्होंने आज मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया. तीन बार कैबिनेट मंत्री रहे हरक सिंह रावत ने 1989 में बीजेपी के साथ अपना राजनीतिक करियर शुरू किया था, लेकिन बाद में वह बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) और फिर कांग्रेस में शामिल हो गए थे. रावत साल 2016 में फिर से बीजेपी में शामिल हो गए थे.