हरिद्वार: आज प्रधानमंत्री मोदी ने उत्तराखंड में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कांग्रेस पर जमकर हमला बोला. मोदी ने जनता से देवभूमि के नाम को कलंकित करने वाली सरकार को उखाड़ फेंकने को कहा. मोदी ने राज्य में अटलजी के सपनों को साकार करने वाली सरकार लाने को कहा.


मोदी ने उठाया सीडी कांड का मुद्दा
रिषिकुल मैदान में आयोजित बीजेपी की ‘विजय संकल्प रैली’ में मोदी ने कहा, ‘हर किसी के जीवन में 16वां वर्ष बहुत महत्वपूर्ण होता है क्योंकि अगले पांच साल भविष्य की बातों को निर्धारित करते हैं. अपने अस्तित्व के 16वें वर्ष में उत्तराखंड के साथ भी यही बात है. अगले पांच साल में उत्तराखंड वह  दिशा निर्धारित करेगा जिस दिशा में इसे जाना है.’ उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में भ्रष्टाचार को अदालतों में साबित करने की कोई जरुरत नहीं है, क्योंकि यह ऐसी चीज है जिसे पूरे देश ने टेलीविजन पर देखा है. प्रधानमंत्री ने कहा, ‘एक ऐसा समय था जब देवभूमि के जिक्र से पवित्र भावनायें आती थीं लेकिन अब ऐसा नहीं है. अब इस शब्द के जिक्र से दिमाग में एक दागदार सरकार की छवि आती है. पूरे देश ने इसे टीवी पर देखा, क्या आप ऐसी सरकार को सत्ता से बाहर नहीं करेंगे जिसने देवस्थली की प्रतिष्ठा को ठेस पहुंचाया.’


अटलजी के सपनों को करेंगे साकार-मोदी
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के उत्तराखंड के लिये देखे गये सपने को साकार करने की जिम्मेदारी मोदी ने खुद लेने की बात कही.  मोदी ने जनता से बीजेपी की सरकार लाने को कहा जो उत्तराखंड के गौरव को बहाल करे. मोदी ने कहा कि उन्होंने उत्तराखंड के लिये वाजपेयी के सपने को पूरा करने का संकल्प लिया है, क्योकि केंद्र में उनके बाद आयी सरकार ने इस प्रक्रिया को पटरी से ही उतार दिया. चारधाम तीर्थयात्रा को सुव्यवस्थित करने के लिये अपनी सरकार द्वारा उठाये गये कदमों पर भी मोदी ने रोशनी डाली. मोदी ने बताया उनकी सरकार ने  12000 करोड़ रूपये की लागत वाली ऑल वेदर रोड परियोजना का शिलान्यास किया. जिससे हिमालयी धामों के दर्शन को आने वाला हर व्यक्ति अपने भ्रमण का आनंद ले और सुरक्षित घर लौटे.


मोदी ने बोला हरीश रावत पर करारा हमला
मोदी ने मुख्यमंत्री हरीश रावत का नाम लिये बिना उन पर करारा प्रहार किया. मोदी ने कहा कि केंद्र में मंत्री होने और हर मां के बेटे के सैन्य बलों में जाने वाले राज्य का निवासी होने के बावजूद उन्होंने दशकों से लटके पड़े वन रैंक वन पेंशन को तेजी से लागू करने के लिये कुछ नहीं किया. सरकार के 500 करोड़ रूपये के ओआरओपी लागू करने के फॉर्मूले को पूर्व फौजियों को गुमराह करने वाला बताते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने 12000 करोड़ रूपये का यथार्थवादी अनुमान लगाया और उसमें से 6000 करोड़ रूपये का भुगतान भी कर दिया. उन्होंने कहा, ‘वादे ऐसे किये जाते हैं और निभाये जाते हैं.’