उत्तराखंड त्रासदी: यूपी के कई परिवारों में छाया मातम, अलग-अलग जिलों के करीब 38 लोग लापता
उत्तराखंड त्रासदी: उत्तरप्रदेश में श्रावस्ती में रनियापुर गांव के पांच लोग, लखीमपुर खीरी जिले के करीब 30 लोग और सहारनपुर जिले के तीन युवक लापता हैं. सभी लोगों के परिवार अपनों के सुरक्षित लौटने का इंतजार कर रहे हैं और सभी से संपर्क साधने की कोशिशें की जा रही हैं.
उत्तराखंड त्रासदी: उत्तराखंड त्रासदी के बाद 197 से ज्यादा लोग लापता हैं और इनमें से कई ऐसे कामगार हैं, जो यूपी और बिहार के रहने वाले थे. खबर के बाद उन घरों में खामोशी छाई है. सब अपनों के सुरक्षित लौटने का इंतजार कर रहे हैं. प्रशासन की ओर से जारी आंकड़े के मुताबिक तबाही की चपेट में आने वाले 202 लोग लापता थे, जिसमें से सोमवार देर शाम पांच लोगों ने रिपोर्ट किया है. जिसके बाद लापता लोगों की संख्या 197 हो गई. उत्तर प्रदेश और बिहार से काम करने उत्तराखंड गए लोग अब तक लापता हैं और परिवार में चीख पुकार मची है.
श्रावस्ती के रनियापुर गांव के पांच लोग लापता
उत्तरप्रदेश में श्रावस्ती में रनियापुर गांव के पांच लोग लापता हैं. तपोवन पावर प्रोजेक्ट में काम करने गए इसी गांव के तीन और लोग छोटू, राजू और राजेश ने फोन कर गांव में परिवारवालों को सूचना दी कि पांच साथियों का कोई पता नहीं चल रहा. इसके बाद से ही पूरे गांव में हड़कंप मच गया. तपोवन पावर प्रोजेक्ट में काम करने गए ये सभी मजदूर कंपनी के बनाए क्वार्टर में रहते थे. लेकिन जब सैलाब आया तो आठ में से पांच लोग लापता हो गए.
लखीमपुर खीरी के 30 लोग लापता
यूपी में श्रावस्ती के पास ही एक जिला है लखीमपुर खीरी. जिले के करीब 30 लोग उत्तराखंड में तबाही की चपेट में आए हैं. जो लापता हैं, उनमें से सात लोग भैरमपुर गांव के हैं. भैरमपुर गांव के लापता इन मजूदरों के परिवारवालों को कुछ समझ में नहीं आ रहा. किसी की मां, किसी की पत्नी, सब एक जगह पर जमा होकर अपने परिवार की सलामती के लिए दुआ कर रही हैं.
सहारनपुर जिले के तीन युवक लापता
चमोली में हुए ग्लेशियर फटने से जो सैलाब आया उसकी चपेट में सहारनपुर जिले के तीन युवक भी आए. तीनों अब तक लापता हैं, जो चमोली में मजदूरी के लिए गए थे. लेकिन कल से ही तीनों लोगों से परिवार का अब तक कोई संपर्क नहीं हो पाया है. ये तीनों लोग 11 जनवरी को ही सहारनपुर से उत्तराखंड के चमोली में मजदूरी करने गए थे. त्रासदी के बाद से इनका कोई पता नहीं पा रहा है. परिवार को मीडिया से जब तबाही की जानकारी मिली तभी से अब्दुल, माजिद और रिजवान से संपर्क साधने की कोशिशें की जा रही हैं.यह भी पढ़ें-
उत्तराखंड त्रासदी: तपोवन की सुरंग में जिंदगी की आखिरी आस, 35 लोगों को निकालने के लिए ऑपरेशन जारी