Joshimath Sinking: जोशीमठ में नहीं सुधरे हालात! हफ्ते भर बाद फिर दिखीं दरारें, क्रैकोमीटर भी नहीं आ रहे काम
Uttarakhand News: जोशीमठ में दरारों वाले घरों की संख्या बढ़कर 868 हो गई है. इसके साथ ही इनमें से 181 घर असुरक्षित क्षेत्रों में बने हुए हैं.
Joshimath Crisis: उत्तराखंड के जोशीमठ में अभी भी लोग डर के साये में ही जी रहे हैं. जोशीमठ में घरों और दुकानों में पिछले एक हफ्ते से कोई दरार नहीं दिख रही थी, लेकिन अब यह फिर से बढ़ने लगी है. पहाड़ी कस्बे में पांच नई इमारतों में दरारें आ गई हैं. जानकारी के मुताबिक सिंह धार वार्ड स्थित मकान में प्रशासन से लगाया गया क्रैकोमीटर दरार चौड़ी होने की वजह से अपनी जगह से हट गया है.
प्रभावित निवासी आशीष डिमरी ने स्थानीय प्रशासन से बताया कि जैसे ही आप घर के अंदर जाते हैं, दीवारों और अन्य जगहों पर अन्य जगहों पर बड़ी-बड़ी दरारें दिखाई देंगी. डिमरी ने कहा कि हम रह तो रहे है लेकिन ये बहुत चिंता का विषय है. डिमरी ने प्रशासन पर आरोप लगाया कि उनके घर पर अब तक लाल निशान नहीं लगाया गया है और न ही उन्हें कहीं और शिफ्ट किया गया है. आशीष डिमरी ने बताया कि वह घर पर अपनी मां, पत्नी और दो बच्चों के साथ रहते हैं. उन्होंने यह आरोप लगाया कि उन्होंने प्रशासन को मामले की जानकारी दी थी, लेकिन उन्होंने स्थिति को सामान्य समझा. हालांकि उन्होंने कहा कि उनके घर और उनके बगल के घर में एक क्रैकोमीटर लगाया गया था.
स्थिति बिगड़ने पर तुरंत कर दिया जाएगा शिफ्ट
चमोली के डीएम हिमांशु खुराना ने बताया कि एक-दो दिन से हमें कुछ रिपोर्ट मिली है जहां पहले से ही हल्की दरारें आ गई थीं. उन्होंने कहा कि पांच घर ऐसे हैं जहां नई दरारें देखी गई हैं और जहां हमने क्रैकोमीटर लगाए हैं. हिमांशु ने कहा कि टेस्ट दिया जा रहा है. अगर स्थिति थोड़ी भी बिगड़ती है तो इन लोगों को भी तुरंत दूसरी जगह शिफ्ट कर दिया जाएगा.
878 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर कर दिया है शिफ्ट
जानकारी के अनुसार जोशीमठ में दरारों वाले घरों की संख्या बढ़कर 868 हो गई है. इसके साथ ही इनमें से 181 घर असुरक्षित क्षेत्रों में बने हुए हैं. जोशीमठ के जेपी परिसर में पानी का लीकेज 540 एलपीएम से घटकर 17 एलपीएम रह गया है. जिला प्रशासन ने 243 परिवारों के 878 लोगों को विभिन्न सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट कर दिया है, जबकि 53 परिवारों के 117 सदस्य अपने अपने रिश्तेदारों के यहां चले गए हैं.
जिला प्रशासन ने अब तक प्रभावितों लोगों को 497.30 लाख रुपये बांटे हैं. इसके साथ ही 2,177 भोजन किट, 2,729 कंबल और 1,718 लीटर दूध, 164 हीटर और ब्लोअर, 143 दैनिक उपयोग किट, 48 जोड़ी जूते, 150 थर्मल वियर, 175 गर्म पानी की बोतलें, 700 टोपी, 280 मोजे, 250 शॉल प्रभावित लोगों को 287 इलेक्ट्रिक केटल और 5366 अन्य सामग्री के पैकेट दिए हैं.
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