शहीद मेजर चित्रेश को दी गई अंतिम विदाई, रोती बिलखती मां ने कलेजे से लगाए रखा शादी का कार्ड
घरवालों के अनुसार बीते 3 फ़रवरी को ही चित्रेश वापस ड्यूटी पर गए थे और 28 फ़रवरी को वापस घर आने की छुट्टी भी ली थी.
देहरादून: जम्मू-कश्मीर के नौशेरा सेक्टर में आईईडी ब्लास्ट में शहीद हुए मेजर चित्रेश बिष्ट को आज पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई. अंतिम संस्कार के दौरान वहां जनसैलाब उमड़ पड़ा. इस मौके पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत भी मौजूद रहे. मेजर चित्रेश बिष्ट आने वाले सात तारीख को शादी के बंधन में बंधने वाले थे. उनकी अंतिम विदाई के वक्त उनकी रोती बिलखती मां ने शादी का कार्ड अपने कलेजे से लगाए रखा.
नौशेरा सेक्टर में बारूदी सुरंग निष्क्रिय करने के दौरान हुए शहीद
ग़ौरतलब है कि 31 साल चित्रेश सेना के एंजिनीयरिंग कोर में थे. मेजर बिष्ट इलाके में विस्फोटकों की छानबीन के लिए गठित एक बम निष्क्रिय दस्ते की अगुवाई कर रहे थे. इसी दौरान शनिवार को रजौरी के नौशेरा सेक्टर में बारूदी सुरंग का पता चला. उन्होंने एक बारूदी सुरंग को तो निष्क्रिय कर दिया जबकि दूसरी बारूदी सुरंग को निष्क्रिय करने के दौरान वह गंभीर रूप से घायल हो गए और फिर शहीद हो गए.
28 फ़रवरी को वापस घर आने वाले थे शहीद चित्रेश#WATCH Slogans of 'Amar Rahe' raised as people pay last respects to Major Chitresh Singh Bisht in Dehradun. He lost his life on 16 Feb while defusing an IED which was planted by terrorists across the LoC in Rajouri's Naushera sector in J&K. Uttarakhand CM also present. pic.twitter.com/cjD5JYUi1h
— ANI (@ANI) February 18, 2019
मेजर बिष्ट उत्तराखंड के देहरादून के रहने वाले थे. उनके परिवार में उनके माता-पिता हैं. परिवार में मातम का माहौल है. घरवालों के अनुसार बीते 3 फ़रवरी को ही चित्रेश वापस ड्यूटी पर गए थे और 28 फ़रवरी को वापस घर आने की छुट्टी भी ली थी.