Pushkar Singh Dhami: 20000 लोगों के बैठने का इंतजाम, सुरक्षा में एक हजार पुलिसकर्मी, पुष्कर सिंह धामी के शपथग्रहण की ऐसी हैं तैयारियां
बुधवार को 3.30 बजे देहरादून के परेड ग्राउंड में शपथ ग्रहण समारोह होगा, जहां पुष्कर सिंह धामी और उनके कैबिनेट के सहयोगी पद और गोपनीयता की शपथ लेंगे.
बीजेपी आलाकमान ने एक बार फिर उत्तराखंड में पुष्कर सिंह धामी को बागडोर सौंपने का फैसला किया है. सोमवार को उनके नाम का ऐलान किया गया था. बुधवार को 3.30 बजे देहरादून के परेड ग्राउंड में शपथ ग्रहण समारोह होगा, जहां वह और उनके कैबिनेट के सहयोगी पद और गोपनीयता की शपथ लेंगे.
उनके शपथग्रहण में प्रधानमंत्री मोदी के भी आने की संभावनाए हैं. इसके अलावा 5-6 राज्यों के मुख्यमंत्री भी समारोह का हिस्सा बन सकते हैं. फिलहाल मौजूद जानकारी के मुताबिक पीएम मोदी 2.30 बजे पहुंचेंगे. परेड ग्राउंड में 20,000 लोगों के बैठने का इंतजाम किया जा रहा है. तीन मंच बनाए जा रहे हैं.
क्या हैं तैयारियां
शपथ ग्रहण के लिए दूसरे जिलों से 3 एडीएम, 10 एसडीएम बुलाए जा रहे हैं. वीआईपी गेस्ट के रुकने, ट्रांसपोर्ट की प्रोटोकॉल के हिसाब से व्यवस्था की जा रही है. विधायकों, मंत्रियों और वीआईपी के बैठने के लिए अलग अलग मंच बनाए जा रहे हैं. इसके अलावा हैलीपेड बनाए जा रहे हैं. सुरक्षा के नजरिए से 1000 पुलिसकर्मियों को परेड ग्राउंड में तैनात किया जा रहा है.
पुष्कर सिंह धामी के प्रोफाइल पर एक नजर
- 16 सितंबर 1975 को पिथौरागढ़ जिले के टुंडी गांव के राजपूत परिवार में धामी का जन्म हुआ था. उनके पिता आर्मी से रिटायर्ड सूबेदार थे.
- उन्होंने ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट एंड इंडस्ट्रियल रिलेशन्स में लखनऊ यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन किया. इसके बाद उन्होंने एलएलबी की.
- साल 2001 में जब भगत सिंह कोश्यारी मुख्यमंत्री थे, तब धामी उनके सलाहकार थे.
- उन्होंने आरएसएस और उससे जुड़ी संस्थाओं के साथ 33 साल तक काम किया. उनकी पॉलिटिकल यात्रा उत्तर प्रदेश से शुरू हुई, जहां उन्होंने बतौर एबीवीपी सदस्य अवध प्रांत में एक दशक तक काम किया.
- साल 2008 तक वह भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष भी थे.
- साल 2012 में वह खटीमा से विधायक चुने गए. 2017 में भी उन्होंने इसी सीट से जीत हासिल की.