उत्तराखंड के तपोवन में सेना ने बदली रेस्क्यू ऑपरेशन की रणनीति, टनल तक पहुंचने के लिए चल रही है ड्रिलिंग
उत्तराखंड के चमोली जिले में रविवार को बाढ़ से क्षतिग्रस्त तपोवन-विष्णुगाड परियोजना की गाद से भरी सुरंग में फंसे 25-35 लोगों तक पहुंचने के लिए बचाव दलों ने बुधवार को ड्रोन और रिमोट सेंसिंग उपकरणों की मदद ली. वहीं अब तक 34 शव बरामद हो चुके हैं और करीब 170 अन्य लापता हैं.
उत्तराखंड त्रासदी में लापता लोगों की तलाश में नौसेना के मरीन कमांडो जुटे हुए हैं. अबतक 34 लोगों के शव बरामद हो चुके हैं और 170 लोग अभी भी लापता हैं. इस बीच NTPC की तपोवन टनल में 39 मजदूरों को बचाने में जुटी सेना ने अपने ऑपरेशन में एक बड़ा बदलाव किया है. जी हां अब सेना टनल के अंदर 72 मीटर पर एक ड्रिल कर रही है. यह ड्रिल करीब 16 मीटर नीचे की तरफ किया जा रहा है. ड्रिल सीधा इस टनल के नीचे से गुजर रही एक दूसरी टनल में जाकर निकलेगा. जहां पर इन सभी मजदूरों और प्रोजेक्ट मैनेजर के फंसे होने की पूरी आशंका है. तड़के तीन बजे इस ऑपरेशन को शुरू किया गया.
पहले 75 एमएम का होल बनाना शुरू किया लेकिन सेना को उसमें दिक्कत आई. अब करीब 50 मिलीमीटर का होल बनाया जा रहा है. सेना के सूत्रों के मुताबिक, 1 मीटर ड्रिल करने के बाद ही कुछ दिक्कतें आई. जिसके बाद अब दोबारा से ड्रिलिंग का काम शुरू कर दिया है. ड्रिलिंग पूरी होते ही एक कैमरा इस ड्रिल होल के जरिए नीचे दूसरी टनल तक पहुंचाया जाएगा और फिर देखा जाएगा कि उस टनल के क्या हालात है. क्या फंसे हुए लोग सुरक्षित हैं या नहीं.
एबीपी न्यूज़ पैनल के अंदर उस जगह पर पहुंचा है, जहां पर फीलिंग की जा रही है. बड़े-बड़े पिक में और मशीनों के साथ सेना 72 मीटर अंदर ड्रिलिंग कर रही है.
सफल नहीं हो सकी सैलाब से बचने के लिए 10 मजदूरों की आखिरी दौड़ उत्तराखंड के चमोली जिले में रविवार आई त्रासदी के बाद कई नई तस्वीरें और वीडियो सामने आ रहे हैं. जिस वक्त पानी का सैलाब आया, उस समय तपोवन बैराज में फंसे कुछ लोगों का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें करीब 10 मजदूर अपनी जान बचाने के लिए इधर-उधर भागते नजर आ रहे हैं.
इस नए दिल दहला देने वाले वीडियो में देखा जा सकता है कि लगभग 10 मजदूरों का एक समूह जीवन और मृत्यु के बीच एक जगह से दूसरी जगह भाग रहा है. तपोवन बैराज में फंसे यह मजदूर घातक सैलाब से नहीं बच सके और इसमें बहते दिखाई दे रहे हैं. रविवार की सुबह उत्तराखंड के चमोली जिले में हिमस्खलन ने कहर बरपाया, जिसमें कई लोगों की जान चली गई और काफी लोग अभी तक लापता हैं, जिनमें से अधिकतर का सैलाब में बह जाने का अनुमान है.
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