Uttarakhand Tunnel Collapse: जीत ली जिंदगी की जंग, 17 दिन बाद खुल गई सुरंग, बाहर आने लगे मजदूर, परिवारों की चमक उठी आंखें
Uttarakhand Tunnel Collapse Rescue Operation: उत्तराखंड में सुरंग के भीतर फंसे मजदूर आखिरकर इससे बाहर निकल आए हैं. इस तरह राहत एवं बचाव कार्य 17वें दिन समाप्त हुआ है.
Uttarakhand Tunnel Collapse: उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में सुरंग के भीतर फंसे 41 मजदूर बाहर आ गए हैं. 17 दिनों तक सुरंग के अंधेरे में फंसे मजदूरों को मंगलवार (28 नवंबर) को बाहर निकाल लिया गया है. मजदूरों को निकालने के लिए वर्टिकल, हॉरिजॉन्टल और साइड से ड्रिलिंग की गई थी. हालांकि, आखिर में सुरंग को खोदकर मलबा हटाने के लिए रैट होल माइनिंग एक्सपर्ट्स की मदद ली गई, जिन्होंने मैन्युअली मलबा हटाकर मजदूरों को बाहर निकाला है.
उत्तरकाशी जिले में हुए इस सुरंग हादसे में फंसे सबसे ज्यादा मजदूर झारखंड के रहने वाले थे. 41 में से 15 मजदूर झारखंड के रहने वाले थे, जबकि उत्तर प्रदेश के 7, बिहार के 5, ओडिशा के 5, पश्चिम बंगाल के 3, उत्तराखंड के 3, असम के 2 और हिमाच प्रदेश का एक मजदूर था. मजूदरों के बाहर निकलने पर उनके रिश्तेदार कपड़े और बैग लेकर पूरी तरह से तैयार थे. मजदूरों को रेस्क्यू कर उत्तराखंड के ही चिन्यालिसौर अस्पताल लेकर जाया गया है, जहां उनकी जांच की जाएगी.
इस बीच जैसी ही मजदूरों के बाहर आने की खबर आई, यूपी के मिर्जापुर के मजदूर की मां, जो सुबह से बिना कुछ खाए पिए लगातार पूजा पाठ कर रही थी. खुशी से रो पड़ीं. पिछले 17 दिनों से रोज उनकी मां मंदिर के दर्शन करके देवी देवताओं को खुश करने का प्रयास कर रही है, ताकि उनका बेटा सुरक्षित तरीके से बाहर निकल सके.
मजदूरों के क्या नाम हैं?
- विश्वजीत कुमार, झारखंड
- सुबोध कुमार, झारखंड
- अनिल बेदिया, झारखंड
- श्राजेद्र बेदिया, झारखंड
- सुकराम, झारखंड
- टिकू सरदार, झारखंड
- गुनोधर, झारखंड
- रनजीत, झारखंड
- रविन्द्र, झारखंड
- समीर, झारखंड
- महादेव, झारखंड
- मुदतू मुर्म, झारखंड
- चमरा उरॉव, झारखंड
- विजय होरी, झारखंड
- गणपति, झारखंड
- अखिलेष कुमार, यूपी
- अंकित, यूपी
- राम मिलन, यूपी
- सत्यदेव, यूपी
- सन्तोष, यूपी
- जय प्रकाश, यूपी
- मंजीत, यूपी
- धीरेन, ओडिशा
- विशेषर नायक, ओडिशा
- राजू नायक, ओडिशा
- सपन मंडल, ओडिशा
- भगवान बत्रा, ओडिशा
- दीपक कुमार, बिहार
- सबाह अहमद, बिहार
- सोनु शाह, बिहार
- वीरेन्द्र किसकू, बिहार
- सुशील कुमार, बिहार
- राम सुन्दर, उत्तराखंड
- पुष्कर, उत्तराखंड
- गब्बर सिंह नेगी, उत्तराखंड
- मनिर तालुकदार, पश्चिम बंगाल
- सेविक पखेरा, पश्चिम बंगाल
- जयदेव परमानिक, पश्चिम बंगाल
- संजय, असम
- राम प्रसाद, असम
- विशाल, हिमाचल प्रदेश
घटनास्थल पर मौजूद रहे सीएम धामी
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी पिछले कुछ दिनों से घटनास्थल पर ही मौजूद थे. उन्होंने मजदूरों के परिजनों से भी बात की. वह लगातार मजदूरों के संपर्क में भी थे. मजूदरों के निकाले जाने से पहले मीडिया से बात करते हुए सीएम ने बताया था कि अब तक कुल 52 मीटर पाइप को अंदर डाल दिया गया है. ऐसे में मजदूरों के जल्द निकाले जाने की प्रबल संभावना है. उनके जरिए दी गई जानकारी के कुछ देर बाद ही खबर मिली कि मजदूरों को बाहर निकाल लिया गया है.
सुरंग हादसे वाली जगह पर प्रधानमंत्री कार्यालय के पूर्व सलाहकार एवं उत्तराखंड सरकार के विशेष कार्याधिकारी भास्कर खुल्बे, बचाव कार्यों में सहयोग के लिए उत्तराखंड सरकार की ओर से नियुक्त नोडल अधिकारी नीरज खैरवाल, प्रधानमंत्री कार्यालय में उप सचिव मंगेश घिल्डियाल आदि वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे. सीएम धामी ने सुरंग के प्रवेशद्वार पर स्थित बाबा बौखनाग के मंदिर पर पूजा अर्चना कर सभी मजदूरों के सकुशल बाहर आने की कामना भी की थी.
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