Uttarakashi Tunnel Rescue: उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में बीते 17 दिनों से सिलक्यारा टनल के अंदर फंसे लोगों को बाहर निकाल लिया गया. केंद्र से लेकर सरकार की कई एजेंसियां इस रेस्क्यू ऑपरेशन में मिलकर काम कर रहीं थी. रेस्क्यू के 16वें दिन जब आगर मशीन जवाब दे गई तो 6 सदस्यीय रैट माइनर्स को बुलाया गया. सुरंग के आखिरी हिस्से को मुन्ना कुरैशी नाम के एक रैट माइनर ने खोदा और ऐसा करके वह पूरे ऑपरेशन के नायक बन गये.
हम आपको उनके बारे में बताते हैं कि आखिर वो कौन हैं? 29 साल के मुन्ना कुरैशी दिल्ली की एक रैट माइनिंग टीम में काम करने वाले व्यक्ति हैं. वो ट्रेंचलेस इंजीनियरिंग कंपनी में काम करते हैं जो सीवर लाइन और पानी की लाइनों को साफ करती है. मुन्ना ने मीडिया से बातचीत में कहा, जब मैंने सुरंग के अंदर का आखिरी पत्थर हटाया और फंसे हुए लोगों ने मुझे देखा तो वह खुशी से झूम उठे, उन्होंने मुझे गले से लगा लिया और फिर खाने के लिए बदाम दिये.
'मैं बता नहीं सकता मुझे कितनी खुशी हुई'
मुन्ना कुरैशी बताते हैं, हम पिछले 24 घंटे से काम कर रहे थे, जब हम वहां पहुंचे तो हमें देख कर लोग झूम उठे, उन्होंने हमें धन्यवाद कहा और मुझे जो इज्जत दी वह मैं जिंदगी भर नहीं भूल सकता हूं. फिरोज नाम के दूसरे रैट माइनर ने कहा कि जब हम टनल के अंदर पहुंचे तो हम रो पड़े. सभी खुश थे, मैंने फंसे हुए लोगों को गले से लगाया और उनका धन्यवाद अदा किया.
एक अन्य रैट माइनर ने बताया कि जब हम कुछ मीटर की दूरी पर थे तब हम टनल में फंसे लोगों की आवाजें सुन पा रहे थे. हमने उनको बताया कि हम उनके बहुत ही नजदीक पहुंच चुके हैं जैसे ही हम वहां पहुंचे हमने उनको बताया कि अब वे सुरक्षित हैं. आधे घंटे बाद एनडीआरएफ के लोग भी सुरंग के अंदर प्रवेश कर गये.
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