Joshimath Crisis: जोशीमठ संकट पर प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) की लागातार नजर बनी हुई है. पीएमओ ने अब इस मामले को लेकर 10 फरवरी को बैठक बुलाई है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के सलाहकार की अध्यक्षता में बुलाई इस बैठक में जोशीमठ की समीक्षा की जाएगी.
राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (National Disaster Management Authority) जोशीमठ को लेकर बैठक में ब्यौरा देगी. वहीं, दिल्ली में होने वाली बैठक में मुख्य सचिव एस.एस. संधू (Sukhbir Singh Sandhu) भी वर्चुअली शामिल होंगे. दरअसल, जोशीमठ में भू-धंसाव और दारार के मामलों को बढ़ते देख पीएम के प्रधान सचिव डॉ पीके मिश्रा ने 8 जनवरी को उच्च स्तरीय बैठक की थी. इसके बाद आपदा का कारण पता लगाने और समाधान के लिए 8 संस्थानों के विज्ञानियों ने जोशीमठ में मोर्चा संभाला था. ये सभी संस्थाएं अपनी शुरुआती रिपोर्ट एनडीएमए भेज चुकी हैं.
बैठक को लेकर भेजा गया पत्र
वहीं, अब 10 फरवरी को दोपहर करीब 3.30 बजे पीएमओ ने बैठक बुलाई है. इस बैठक के लिए शासन को भी पत्र भेजा गया है. पत्र में बताया गया कि बैठक प्रधानमंत्री के सलाहकार की अध्यक्षता में होगी.
दरारों वाले घरों की संख्या बढ़कर 868 हुई
जोशीमठ में दरारों वाले घरों की संख्या बढ़कर 868 तक आ पहुंची है. इन 868 में से 181 घर असुरक्षित क्षेत्रों में बने हुए हैं. जिला प्रशासन ने 243 परिवारों के 878 लोगों को विभिन्न सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट कर दिया है, जबकि 53 परिवारों के 117 सदस्य अपने अपने रिश्तेदारों के यहां चले गए हैं. इसके अलावा, जिला प्रशासन ने प्रभावितों लोगों को 497.30 लाख रुपये बांटे हैं.
इन प्रभावित लोगों को अब तक 2,177 भोजन किट, 2,729 कंबल और 1,718 लीटर दूध, 164 हीटर और ब्लोअर, 143 दैनिक उपयोग किट, 48 जोड़ी जूते, 150 थर्मल वियर, 175 गर्म पानी की बोतलें, 700 टोपी, 280 मोजे, 250 शॉल प्रभावित लोगों को 287 इलेक्ट्रिक केटल और 5366 अन्य सामग्री के पैकेट दिए हैं.
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