भारत में कोरोना वायरस की वैक्सीन काफी समय से लोगों को लगाई जा रही है लेकिन पहली डोज लगने के बाद दूसरी डोज हमें कब लेनी है और पहली डोज के बाद दूसरी डोज में कितने दिन का अंतर होना चाहिए इसकी जानकारी स्वास्थ्य मंत्रालय ने दी है. अब लोग चुन सकते हैं कि उन्हें कोरोना वायरस वैक्सीन की दूसरी खुराक कब लेनी है. साथ ही स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि अब 1 अप्रैल से 45 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को वैक्सीन की पहली डोज दी जाएगी. मंत्रालय ने वैक्सीन के बारे में एक नोट भी जारी किया है, जिसमें दी जाने वाली दोनों डोज के बीच के समय के बारे में बताया गया है. नोट में लिखा है कि वैक्सीन की दूसरी डोज आठवें सप्ताह तक ले लेनी चाहिए. इससे ज्यादा की देरी सही नहीं होगी.
कोविड 19 वैक्सीन के लिए रजिस्ट्रेशन कैसे करें? :
मंत्रालय ने जानकारी देते हुए कहा कि नए लोगों को वैक्सीन लगवाने के लिए पोर्टल या आरोग्य सेतु ऐप के जरिये एक रजिस्ट्रेशन करना होगा. इसके अलावा वो सभी लोग जो 1 अप्रैल से वैक्सीन लेंगे www.cowin.gov.in पर जाकर अपनी सुविधा की तारीख और समय तय कर सकते हैं.
कब, कौन सी डोज लेनी है? :
स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक 1 अप्रैल से 45 साल से ज्यादा उम्र के हर व्यक्ति को वैक्सीन लगाई जानी चाहिए. वहीं वैक्सीन की कट ऑफ तारीख 1 जनवरी 1977 निर्धारित की गई है. इसका मतलब है कि वैक्सीन उन लोगों को ही लगेगी जिनका जन्म इस तारीख से पहले हुआ होगा.
वैक्सीन का सर्टिफिकेट लेना जरूरी?:
वैक्सीन लगवाने के बाद कोविड 19 वैक्सीन का सर्टिफिकेट लेना जरूरी है. ये एक तरह की हार्ड कॉपी या डिजिटल कॉपी होती है. बता दें कि सरकारी अस्पतालों में वैक्सीन और सर्टिफिकेट फ्री में दिए जाते है. लेकिन प्राइवेट अस्पतालों में वैक्सीन लगवाने के लिए 250 रुपये देने होते हैं.
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