नई दिल्लीः वैक्सीन की किल्लत और वैक्सीन पर हो रही सियासत के बीच दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना वैक्सीन की खरीद के लिए ग्लोबल टेंडर जारी किया है. वैक्सीन की 10 मिलियन डोज़ के लिए ये टेंडर जारी किया गया है जिसके लिए बिड करने की आखिरी तारीख 7 जून शाम 5 बजे तक है. अब इस टेंडर पर आरोप प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है. दिल्ली बीजेपी ने दिल्ली सरकार पर वैक्सीन को लेकर दोहरा रवैया अपनाने का आरोप लगाया है.
दिल्ली बीजेपी के प्रवक्ता हरीश खुराना ने एक ट्वीट कर लिखा कि-
'आप तो कह रहे थे @ArvindKejriwal और @msisodia जी की आपकी सारी विदेशी कम्पनी से बात हो गयी वो सीधे केंद्र को देगा फिर यह Global Tender क्यो? अगर बात नहीं हुई थी तो टेंडर निकालने में इतनी देरी क्यों? "Double standard at its peak". वैसे अभी तक ऑर्डर और पेमेंट की रसीद नहीं दिखाई.'
सीएम केजरीवाल ने दिया ये बयान
ग्लोबल टेंडर को लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि हमने वैक्सीन का ग्लोबल टेंडर किया है. हमारी तरफ से पूरी कोशिश जारी है. लेकिन अभी तक जितनी दूसरी राज्य सरकारों ने ग्लोबल टेंडर किए थे, उनके नतीजे बहुत ज्यादा उत्साहवर्धक नहीं रहे हैं. हमने उम्मीद पर किया है कि अगर कोई कंपनी आएगी, तो अच्छी बात है. लेकिन मैं समझता हूं कि जितने भी बड़े वैक्सीन उत्पादक हैं, वे सीधे केंद्र सरकार से बात करना चाहते हैं. केंद्र सरकार उनसे बात कर रही है. अलग अलग राज्य सरकारें कितनी सफल हो पाती हैं, यह बाद में बताएंगे, लेकिन अपनी तरह से हमने कर दिया है.
बीजेपी के प्रवक्ता हरीश खुराना ने की एबीपी न्यूज से बात
ABP न्यूज़ को दिए बयान में दिल्ली बीजेपी के प्रवक्ता हरीश खुराना ने कहा है कि कुछ दिन पहले ही मनीष सिसोदिया ने कहा था कि विदेशी कम्पनियों का कहना है कि वो केंद्र सरकार को ही वैक्सीन देंगी राज्य सरकार को नहीं. मैं ये पूछना चाहता हूं कि अगर आपकी बात हो गई थी और विदेशी कंपनियों ने आपको मना कर दिया तो ये ग्लोबल टेंडर क्यों निकाला. और अगर बात नहीं हुई तो ग्लोबल टेंडर इतनी देरी से निकालने का क्या औचित्य है? आप सोते क्यों रहे, इतने दिन क्यों व्यर्थ किए. आपने 26 अप्रैल को बोला था कि वैक्सीन का आर्डर आपने कर दिया है सीरम और भारत बायोटेक को. 1 महीना होने को आ गया न तो आपने आज तक भारत बायोटेक को भेजी ऑर्डर कॉपी दिखाई है और न सीरम को पेमेंट करने की कॉपी दिखाई है. आज आपके कहने के 15 दिन के बाद आपने ग्लोबल टेंडर जारी किया है जबकि घोषणा 15 दिन पहले कर दी थी. दिल्ली वैक्सीन ना मिलने की वजह से जो भुगत रही है उसका कारण दिल्ली सरकार का ढीला रवैया है.
वैक्सीन को लेकर राजनीति गर्म
वैक्सीन को लेकर हो रही राजनीति पर दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा कि हम तो वैक्सीन मांग रहे हैं, वैक्सीन मांगने में कैसी राजनीति है. जनता को वैक्सीन चाहिए. वे बता दें कि हम कहां से वैक्सीन लें. केंद्र सरकार को वैक्सीन की व्यवस्था करनी है, केंद्र सरकार वैक्सीन उपलब्ध कराकर हमें दे दें, हम सबको वैक्सीन लगा देंगे. यह समय तू-तू मैं-मैं का नहीं है. यह आरोप-प्रत्यारोप का समय नहीं है, एक दूसरे पर उंगली उठाने का समय नहीं है, एक दूसरे के साथ तर्क-कुतर्क करने का समय नहीं है. देश बहुत बड़ी आपदा से गुजर रहा है. दुनिया भर का अनुभव यह दिखाता है कि वैक्सीन इसका एकमात्र समाधान है. इसलिए पूरे देश को मिलकर वैक्सीन खरीदनी चाहिए, राज्य सरकारों को बांट दें, हम वैक्सीन लगा देंगे. ये तर्क कुतर्क क्यों कर रहे हैं, यह मेरी समझ के परे है.