कोरोना वैक्सीन अपडेट: भारत, अमेरिका, ब्रिटेन और इजरायल समेत दुनिया के लगभग सभी बड़े देशों में कोरोना वायरस खत्म करने के लिए टीकाकरण अभियान चल रहा है. दुनिया में अभी भी कई ऐसी वैक्सीन हैं, जो ट्रायल मोड में हैं. इस बीच ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी अब नाक के जरिए वैक्सीन देने की तैयारी में जुट गई है. इसके लिए 30 वॉलिंटियर्स पर परीक्षण चल रहा है.


18 से 40 साल की उम्र के 30 वॉलिंटियर्स पर परीक्षण जारी


कोरोना वायरस के लिए ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी नाक के जरिए ली जाने वाली एक विशेष वैक्सीन विकसित कर रही है. ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी ने कहा है कि शुरूआत में 18 से 40 साल की उम्र के 30 वॉलिंटियर्स पर इस वैक्सीन का परीक्षण जारी है. ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी ये वैक्सीन एस्ट्राज़ेनेका के साथ विकसित कर रही है.


ब्रिटिश शोधकर्ताओं ने पिछले सितंबर में बताया था कि ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की तरफ से विकसित कोरोना वैक्सीन के परीक्षण के दौरान यह देखा जाएगा कि वैक्सीन इन्हेलर के रूप में या फिर नाक के स्प्रे के रूप में ज्यादा प्रभावी साबित हो सकती है या नहीं.


सीधे फेफड़े में दवा डालना सबसे अच्छा तरीका- शोधकर्ता


शोधकर्ताओं का मानना है कि वैक्सीन नाक के जरिए अंदर जाएगी तो सीधे वायरस पर अटैक करेगी और उसे खत्म करेगी. ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और इंपीरियल कॉलेज लंदन के वैज्ञानिकों का मानना है कि कोरोना संक्रमण से लोगों को बचाने के लिए सीधे फेफड़े में दवा डालना सबसे अच्छा तरीका हो सकता है.


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