15 अक्टूबर से रोजाना 7000 श्रद्धालु कर सकेंगे माता वैष्णो देवी के दर्शन, नवरात्रि में ये सेवा भी दोबारा शुरू
अब तक रोजाना 5000 श्रद्धालुओं को दर्शन करने की इजाजत थी. श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने कहा कि कोरोना संक्रमण के मद्देनज़र किसी भी तरह की कोताही नहीं बरती जाएगी.
जम्मू: अगर आप नवरात्रि के दौरान माता वैष्णो देवी के दर्शन करने का मन बना रहे हैं तो आपके लिए एक अच्छी खबर है. श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड 15 अक्टूबर से श्रद्धालुओं के लिए घोड़े और पिट्ठू की सुविधा दी खोल रहा है. इस साल नवरात्रि से पहले श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड देशभर के श्रद्धालुओं के लिए यात्रा के लिए घोड़े और पिठू की सुविधा दोबारा शुरू करने जा रहा है.
गौरतलब है कि करोना संक्रमण के चलते यह सेवा इस साल मार्च में बंद कर दी गई थी. इसके साथ ही नवरात्रों में श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड रोजाना 7000 श्रद्धालुओं को माता के दर्शनों की इजाजत देगा. अब तक यह आंकड़ा 5000 श्रद्धालुओं का था.
वहीं, बोर्ड का दावा है कि कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए बोर्ड द्वारा उठाए गए कदमों में कोई कोताही नहीं बरती जाएगी. प्रदेश के बाहर से आने वाले सभी श्रद्धालुओं को अपना करोना निगेटिव टेस्ट साथ लाना होगा. यात्रा के दौरान किसी भी जगह पर किसी भी श्रद्धालु का रैपिड एंटीजन टेस्ट कराया जा सकता है.
इससे पहले ही यात्रियों की सुविधा को देखते हुए श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने हेलीकॉप्टर सेवा, रोपवे सेवा और बैटरी कार सेवा शुरू कर दी थी. इसके साथ ही श्राइन बोर्ड ने अर्धकुमारी और भवन में स्थित यात्रियों के ठहरने के लिए सभी कमरे पहले ही खोल दिए थे. अब 15 अक्टूबर से घोड़े और पिठू की सुविधा शुरू होने से यात्रियों की के लिए यह यात्रा और आसान हो जाएगी.
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