कटरा: कोरोना वायरस को जम्मू-कश्मीर में फैलने से बचाने के लिए प्रशासन ने वैष्णो देवी यात्रा को रोकने का फैसला किया है. 1986 में श्री माता वैष्णो देवी बोर्ड बनने के बाद यह पहला मौका है जब वैष्णो देवी यात्रा को ऐसे रोका गया हो. बता दें कि कोरोना वायरस से दुनिया में लगभग 2 लाख लोग संक्रमित हैं.


एबीपी न्यूज़ से बात करते हुए वैष्णो देवी मंदिर के मुख्य पुजारी विष्णुमूर्ति शास्त्री ने कहा कि वो श्री माता वैष्णो देवी बोर्ड से साल 1976 से जुड़े हुए है. यह पहला मौका है कि जब यात्रा को इस तरह रोका गया हो. उन्होंने बताया कि 1976 से अब तक कई ऐसे मौके आये जब यात्रा को अस्थाई तौर से कुछ देर के लिए रोका गया हो. हालांकि उन्होंने कोरोना वायरस के चलते यात्रा को रोके जाने के इस कदम का स्वागत किया.


वहीं सरकारी आदेश के तुरंत बाद श्री माता वैष्णो देवी की यात्रा पर्ची रोक दी गयी. जिन यात्रियों को यात्रा पर्ची मिल गयी केवल उन्हीं यात्रियों को भवन के लिए जाने दिया गया. इस दौरान प्रयागराज से जम्मू पहुंचे गुप्ता परिवार ने बताया कि, '' हम इतनी दूर से कई सालों बाद माता के दर्शनों के लिए पहुंचे थे, लेकिन जैसे ही यात्रा रोके जाने की खबर मिली हमारा दिल टूट गया. अब समझ नहीं नहीं आ रहा कि क्या करें''.


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