नई दिल्लीः भारत सरकार के ‘वंदे भारत’ अभियान के तहत लगभग साढ़े नौ लाख भारतीयों को विदेश से वापस लाया गया. विदेश मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी देते हुए कहा कि विदेश में फंसे भारतीयों को वापस लाने के उद्देश्य से चलाया गया यह सबसे बड़ा अभियान है. कोरोना वायरस महामारी के मद्देनजर सात मई को इस अभियान की शुरुआत की गई थी.


घर पहुंचे साढ़े नौ लाख भारतीय 


विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने डिजिटल माध्यम से आयोजित प्रेस वार्ता में कहा, ‘‘वंदे भारत अभियान में हम दस लाख के आंकड़े को छूने वाले हैं. फंसे हुए भारतीयों को वापस लाने के लिए चलाया गया यह सबसे बड़ा अभियान है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘अब तक इस अभियान के तहत लगभग साढ़े नौ लाख भारतीय घर आ चुके हैं. वर्तमान में हम अभियान के पांचवें चरण में हैं. यह अभियान एक अगस्त को शुरू हुआ था.’’


60 अन्य उड़ानों की व्यवस्था की गई


श्रीवास्तव ने कहा कि भारतीय दूतावासों से आई मांग के आधार पर 60 और उड़ानों की व्यवस्था की गई है. उन्होंने कहा कि इसके साथ ही इस महीने उड़ानों की संख्या बढ़कर 746 हो गई. उन्होंने कहा कि इस चरण में विदेश में फंसे 1,30,000 से अधिक भारतीयों को वापस लाने का लक्ष्य रखा गया है.


देश में 19 लाख के पार कोरोना का आंकड़ा


बता दें कि विश्वभर में कोरोना वायरस के फैलने के कारण विदेशों में फंसे भारतीयों को वापस लाने के लिए वंदे भारत अभियान चलाया गया है. वंदे भारत अभियान अबतक का सबसे बड़ा अभियान है जिसके तहत अबतक साढ़े नौ लाख भारतीय स्वदेश लौटे हैं. कोरोना के कारण देशभर में अबतक 19 लाख से ज्यादा लोग संक्रमित हुए हैं. वर्तमान में कोरोना के कारण 19,64,537 लोग संक्रमित हुए हैं. जिसमें से 13,28,336 लोग इलाज के बाद सही हुए हैं.


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