Vande Bharat Express Trains Manufacturing At ICF: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने पिछले साल पंद्रह अगस्त को लाल क़िले से एलान किया था कि आज़ादी के 75 साल पूरे होने के मौक़े पर, 75 सप्ताह में 75 शहरों को जोड़ने वाली 75 वन्दे भारत एक्सप्रेस ट्रेनें (Vande Bharat Express Trains) चलाई जाएंगी. अब भारतीय रेलवे (Indian Railway) ने प्रधानमंत्री के इस वादे को पूरा करने के लिए एबीपी न्यूज़ को बताया है कि इस एलान के बाद पहली वन्दे भारत ट्रेन इसी साल दिसम्बर में बन कर तैयार हो जाएगी. रेलवे ने ये ज़िम्मा अपने चेन्नई स्थित सवारी डिब्बा रेल कारख़ाना यानी आईसीएफ़ (ICF) चेन्नई को दिया है. 


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महज़ 9 महीने पहले नई वन्दे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों के जिस बेड़े का एलान किया था उनमें से एलान के बाद की पहली दो वन्दे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों का ये ढांचा तैयार किया जा रहा है. ये वन्दे भारत ट्रेन लगभग बन कर तैयार भी हो चुकी है. ये ट्रेन इसी साल 15 अगस्त से पहले बन कर तैयार हो जाएगी. दूसरा वन्दे भारत ट्रेन सेट भी इसी साल दिसम्बर तक बन कर तैयार हो जाएगा. तैयार ट्रेन सेटों को रेलवे को सौंप दिया जाएगा फिर रेलवे बोर्ड ये तय करेगा कि इसे किस रूट पर और कब से चलाना है. टारगेट के अनुसार, अगस्त 2023 तक सभी 75 वन्दे भारत ट्रेनें बन कर तैयार हो जाएंगी.


नई 'वन्दे भारत एक्सप्रेस' ट्रेनों को लाने की तैयारी


आईसीएफ़ चेन्नई दुनिया की सबसे बड़ी रेल कोच फ़ैक्ट्री है. यहां रोज़ाना 7 हज़ार से 10 हज़ार तक सामान्य रेल डिब्बे बनाए जाते हैं. मौजूदा समय में भारत में कुल 2 वन्दे भारत एक्सप्रेस ट्रेनें चल रही हैं और दोनों आईसीएफ़ चेन्नई ने ही बनाई हैं. अब 75 की संख्या को पूरा करने के लिए चेन्नई में अगस्त 23 तक 73 वन्दे भारत ट्रेन सेट और बनाए जाने हैं. इनमें से एक में 70 फीसदी काम हो चुका है. ये ट्रेन इसी साल दिसम्बर में बन कर तैयार हो जाएगी. इसके इंटीरियर का काम लगभग पूरा हो चुका है. सीटें लगनी बाक़ी हैं.


वन्दे भारत ट्रेनों के लिए खास तरह के पहिए


वन्दे भारत ट्रेनों के लिए ख़ास तरह के पहिए यूक्रेन से आने थे. यूक्रेन ट्रेन के पहिए बनाने के लिए ख़ास तौर पर जाना जाता रहा है. लेकिन इसी बीच युद्ध हो जाने से वहां से पहिए काफ़ी मुश्किल हालात में भारत लाए गए हैं. अभी ये बेंगलुरु में बोगी में लगाए जा रहे हैं और वहां से जल्द ही आईसीएफ़ लाकर इन ट्रेनों में लगाए जाएंगे. अन्य वन्दे भारत ट्रेनों के लिए पहिए चीन से आयात किए जा सकते हैं. इसके अलावा आगे के लिए ये पहिए अब भारत में भी बनाए जा सकें इसकी भी तैयारी की जा रही है.


कितनी है रफ्तार?


वन्दे भारत ट्रेनों को 180 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ़्तार पर टेस्ट किया जाता है लेकिन इन्हें 160 की रफ़्तार पर चलाया जा सकता है. हालांकि अभी देश के अधिकांश रूटों पर ट्रैक ऐसा नहीं है कि ट्रेनों को 160 पर चलाया जा सके इसलिए इन ट्रेनों को फ़िल्हाल 130 की रफ़्तार पर चलाया जाएगा. ट्रैक अपग्रेड होने पर इन ट्रेनों की स्पीड भी बढ़ाई जा सकेगी. जिससे लोगों की यात्रा कम समय में पूरी हो पाएगी.


कब तक तैयार होगी नई वंदे भारत ट्रेन


आईसीएफ के जनरल मैनेजर अतुल कुमार अग्रवाल ने कहा कि इस साल 15 अगस्त तक दो वंदे भारत रेलगाड़ी तैयार हो जाएगी. जबकि अगले साल 15 अगस्त तक सभी 75 वंदे भारत रेलगाड़ी बनकर तैयार हो जाएगी. उन्होंने वंदे भारत रेलगाड़ी में चीनी पहिए लगाने को लेकर भी स्थिति स्पष्ट की. उन्होंने कहा कि प्रारंभिक चरण में यूक्रेन से कुछ पहिए आने थे. इसके अलावा कुछ अन्य देशों से भी इसके पहिये आने वाले थे. जिसकी वजह से कुछ भ्रांतियां पैदा हुई हैं. यूक्रेन युद्ध की वजह से पहियों की सप्लाई भी रुकी थी. 


मेक इन इंडिया के तहत कार्यक्रम


लेकिन रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव के व्यक्तिगत दखल और निगरानी की वजह से सभी पहिए भारत आने के लिए अब तैयार हैं. जल्द ही पहियों का निर्माण दुर्गापुर पश्चिम बंगाल और रायबरेली उत्तर प्रदेश रेल फैक्ट्रियों में होने लगेगा. जिससे वंदे भारत ट्रेन पूरी तरह से भारत में ही बनाई जाएगी. उन्होंने कहा कि कुछ चुनिंदा उपकरणों को छोड़कर वंदे भारत का निर्माण पूरी तरह से मेक इन इंडिया कार्यक्रम के तहत ही हो रहा है.


वन्दे भारत ट्रेन की क्या है खासियत?


नई वंदे भारत ट्रेन (Vande Bharat Express Trains) पहले के मुकाबले काफी आरामदायक होगी. मौजूदा वन्दे भारत ट्रेनों की सीटों को लेकर यात्रियों की काफ़ी शिकायतें आई थीं जिसके बाद अब नई वन्दे भारत ट्रेनों में शताब्दी ट्रेनों की सीटें ही लगाई जाएंगी. प्रधानमंत्री मोदी (PM Modi) ने भविष्य में कुल 400 वन्दे भारत ट्रेनें लाने का एलान किया था. पहली 75 ट्रेनें शताब्दी की तरह डे ट्रेनें होंगी यानी सुबह या दोपहर में चल कर रात साढ़े दस से पहले अपने गंतव्य पर पहुंच जाएंगी इसलिए इनमें सिर्फ़ चेयर कार होंगी. लेकिन भविष्य में इन ट्रेनों में राजधानी ट्रेनों की तरह स्लीपर एसी कोच भी लगाए जाएंगे.


वन्दे भारत ट्रेनों (Vande Bharat Express Trains) में 16 डिब्बे होते हैं जिनमें दो एग्जीक्यूटिव क्लास कोच होते हैं. इनमें सीटें 180 डिग्री तक घूम जाती हैं. इससे यात्री विंडों फ़ेसिंग हो कर यात्रा का आनंद ले सकते हैं या फिर एक दूसरे की ओर फ़ेसिंग हो कर मीटिंग रूम की तरह बैठ सकते हैं. वन्दे भारत ट्रेन में कुल 1128 सीटें हैं. इन ट्रेनों को इंजन लेस ट्रेनें भी कहा जाता है क्योंकि इसमें अलग से इंजन नहीं होता बल्कि हर दूसरे डिब्बे के नीचे प्रपल्शन सेट लगा होता है जिससे ये ट्रेन तेज़ एक्सलरेशन पाती हैं. इस ट्रेन में आग से बचाव के उपाय भी किए गए हैं. इसमें सप्रेशर लगाए गए हैं.


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