रफ्तार पकड़ रहा वंदे भारत मिशन, 15 मई के बाद और अधिक मुल्कों से लौट सकेंगे हिंदुस्तानी
वंदे भारत मिशन रफ्तार पकड़ रहा है. इसके तहत अब तक 1400 से अधिक नागरिकों को विदेश से वापस लाया गया है.
नई दिल्ली: वंदे भारत मिशन के तहत शुरुआती दो दिनों में भारत अब तक विदेशों में फंसे 1400 से अधिक नागरिकों को सुरक्षित ला चुका है. सात दिनों चक चलने वाले पहले चरण में जहां करीब 15 हजार लोगों के वापस लाने की योजना है. वहीं मई 15 से इस योजना का दूसरा चरण शुरु होगा जिसमें इस मिशन का दायरा अन्य देशों तक भी बढ़ाया जाना है.
उच्च पदस्थ सूत्रों के मुताबिक विभिन्न भारतीय दूतावासों के पास फिलहाल करीब 67 हजार से अधिक लोगों ने अपना पंजीयन कराया है. जो भारत सरकार की निर्धारित शर्तों के साथ वापस अपने घर पहुंचना चाहते हैं. इसमें करीब 34 फीसद छात्र हैं जो विभिन्न देशों के विश्व विद्यालयों में पढ़ रहे हैं.
शुक्रवार को भारत पहुंची उड़ानों में एक फ्लाइट बांग्लादेश की राजधानी ढाका से करीब 165 छात्रों को लेकर श्रीनगर पहुंची. इस फ्लाइट से लौटने वाले अधिकतर छात्र हैं जो जम्मू-कश्मीर के रहने वाले हैं.
इसके अलावा भारत लौटने के लिए सबसे ज्यादा पंजीयन कराने वालों में 15 हजार से अधिक कामगार भी शामिल हैं. इनमें से अधिकांश वो हैं जो खाड़ी मुल्कों में काम कर रहे थे औऱ विभिन्न कारणों से नौकरी गंवा चुके हैं. साथ ही इस फेहरिस्त में ऐसे भी लोग हैं जो मुश्किल हालात में फंसे होने के कारण लौटने को मजबूर हैं. दुबई और अबूधाबी से ऐसे लोगों को लेकर जहां दो उड़ानें गुरुवार को पहुंची. वहीं शुक्रवार को बहरीन, सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात से चार उड़ानें भारत आई.
वंदे भारत मिशन के तहत सात दिनों के दौरान 15 मुल्कों से देश के 14 हवाई अड्डों पर भारतीय नागरिकों को लेकर 64 उड़नें पहुंचेंगी. इस कड़ी में एक हफ्ते के दौरान संयुक्त अरब अमीरात से 11, सऊदी अरब से 5, कुवैत से 5, बहरीन से 2, कतर से 2 और ओमान से 2 फ्लाइट तय की गई हैं. पड़ोसी देश बांग्लादेश से 7 उड़ानें भारत आएंगी. साथ ही 14 फ्लाइट दक्षिण पूर्व एशिया और 14 उड़ानें अमेरिका व यूके से लोगों को लेकर आएंगी.
मई 15 के बाद इस योजना के अगले चरण में फ्रांस, जर्मनी, स्पेन जैसे यूरोपीय मुल्कों, मध्य एशिया में उजबेकिस्तान, किर्गिस्तान आदि देशों समेत कई अन्य मुल्कों से लोगों को लाने की योजना है. महत्वपूर्ण है कि इस सहायता मिशन में उन लोगों को प्राथमिकता दी जा रही है जो लॉक डाउन के कारण फंसे थे.
सूत्रों के मुताबिक लौटने वाले लोगों के लिए क्वारंटीन का इंतजाम किया जा रहा है. राजधानी दिल्ली में विदेशों से लौटने वाले लोगों को एयरो सिटी के होटलों में ठहराया जाएगा जहां वो किफायती दाम पर अपनी क्वारंटीन अवधि पूरी कर सकते हैं. इसके अलावा दिल्ली से सटे राज्यों के नागरिकों भी शुरुआत में यहां रुकेंगे और उन्हें संबंधित राज्य सरकारें अपने वाहनों के जरिए उनके गंतव्य स्थानों तक पहुंचायेंगी इसकी व्यवस्था की गई है.
इस बीच लोगों के घरों तक पहुंचने को सुगम बनाने के लिए फीडर उड़ानों की व्यवस्था की जा रही है. सरकारी सूत्रों के अनुसार एस बात के इंतजाम किए जा रहे हैं कि किसी एक मुल्क से आने वाली उड़ान की सुविधा लेने के लिए आस-पास के देशों से भी लोग पहुंच सकें. वहीं भारत आने पर भी उन्हें छोटी उड़ानों के लिए अपने घर के नजदीकी हवाई अड्डे तक पहुंचाया जा सके. ताकि उन्हें कम से कम सफर करना पड़े.
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