चेन्नई: कोरोना वायरस के चलते अलग-अलग देशों में फंसे भारतीय नागरिकों की स्वदेश वापसी के लिए केंद्र सरकार के वंदे भारत मिशन शुरू किया है. इसके तहत एअर इंडिया की दो उड़ानों में दुबई से करीब 359 लोगों को शनिवार सुबह यहां लाया गया.


यात्रियों में मदुरै की एक महिला भी थी जिसके पति की दुबई में मौत हो गई थी. विमान में उसके पति का शव भी लाया गया और वह अपने पति के शव के साथ यहां से सड़क मार्ग से मदुरै रवाना हो गई. ग्रेटर चेन्नई निगम और हवाई अड्डे के अधिकारियों ने बताया कि पहले विमान में 28 महिलाओं, तीन बच्चों समेत 182 लोग पहुंचे. वहीं दूसरे विमान में 177 लोग (138 पुरुष और 39 महिला) थे. ये दोनों उड़ानें आज तड़के यहां पहुंची.


फंसे हुए लोग तमिलनाडु के रहने वाले हैं और वे संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में काम कर रहे थे. शुक्रवार की रात मलेशिया के कुआलालंपपुर से एक विमान करीब 200 यात्रियों को लेकर तिरुचिरापल्ली हवाईअड्डे पर पहुंचा. उनके आगमन पर, हवाईअड्डे पर विशेष रूप से स्थापित कोविड-19 कियोस्क में कोरोना वायरस की जांच के लिए उनके नाक और गले से सैंपल लिए गए.


अधिकारियों ने सुरक्षात्मक सूट पहने हुए स्वास्थ्य कर्मियों की कई टीमें लौटने वालों की जांच करने और सैंपल नमूने लेने के लिए तैनात की गईं थी. एक ग्रुप को उपनगरीय मेलाकोट्टयूर में शैक्षणिक संस्थान के परिसर में ठहराया गया है, जबकि दो अन्य समूहों को पेरियामेट और एक्कादुथंगल के दो होटलों में ठहराया गया. अधिकारियों ने बताया कि करीब 14 दिन रहने के बाद उन्हें उनके संबंधित स्थानों पर भेजा जाएगा.


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