Vande Bharat Sleeper Train: भारतीय रेलवे में वंदे भारत ट्रेनें नए दौर की वर्ल्ड क्लास यात्रा का चेहरा बनकर उभरी हैं. रेलवे अब राजधानी एक्सप्रेस ट्रेनों को बदलने के लिए वंदे भारत स्लीपर वेरिएंट पर ध्यान केंद्रित कर सकता है.
हाल में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने वंदे भारत स्लीपर ट्रेन के प्रोटोटाइप और अंदरूनी हिस्से की कॉन्सेप्ट तस्वीरें सोशल मीडिया पर साझा की थीं. इस ट्रेन का निर्माण आईसीएफ के सहयोग से बीईएमएल की ओर से किया जा रहा है.
'जब आप कोच में प्रवेश करेंगे तो आपके मन में...'
टीओआई को दिए इंटरव्यू में बीजी माल्या ने कहा, ''वैल्यू एडिशन (वंदे भारत स्लीपर ट्रेनों में) यह है कि इंटीरियर उस स्तर का होगा जो हमने भारत में कभी नहीं देखा है. जब आप कोच में प्रवेश करेंगे तो आपके मन में 'वाह' की फीलिंग आएगी. ''
माल्या ने वंदे भारत स्लीपर, वंदे मेट्रो और अपग्रेडेड सेकेंड क्लास कोच वाली पुश-पुल ट्रेन के बारे में भी बात की. आईसीएफ के जीएम ने कहा कि स्व-चालित 160 किलोमीटर प्रति घंटे की क्षमता वाली वंदे भारत स्लीपर ट्रेन पैसेंजर फ्रेंडली सुविधाओं के साथ एक्सीलेंट एंबिएंस प्रदान करेगी. नई ट्रेन में 16 कोच होंगे, जिनमें से 11 एसी-3 टियर होंगे, 4 एसी 2 टियर होंगे और 1 फर्स्ट क्लास एयर कंडीशंड होगा.
आईसीएफ के जीएम ने बताए वंदे भारत स्लीपर ट्रेन के फीसर्च
आईसीएफ के जीएम ने कहा, ''वंदे भारत की सभी विशेषताएं होंगी, जैसे की ट्रेन वातानुकूलित होगी, इसमें ऑटोमेटिक दरवाजे होंगे, जिनमें इंटरकम्युनिकेशन दरवाजे शामिल हैं. ट्रेन में वैक्यूम टॉयलेट्स होंगे... एंबिएंस अच्छा होगा, सॉफ्ट लाइट लगी होंगी, यात्रियों के लिए ऊपरी बर्थ आदि पर चढ़ने के लिए पैसेंजर फ्रेंडली सीढ़ियां लगी होंगी.''
प्रोजेक्ट के हिस्से के रूप में डिफेंस पीएसयू बीईएमएल आईसीएफ के साथ 10 वंदे भारत स्लीपर ट्रेनें बनाएगी. डिजाइन प्रक्रिया संयुक्त रूप से आईसीएफ और बीईएमएल की ओर से की जा रही है. इस ट्रेन के लिए प्रोपल्शन की आपूर्ति आईसीएफ की ओर से की जा रही है. माल्या ने कहा कि इसे बीईएमएल में असेंबल किया जाएगा. उन्होंने कहा कि कई और वंदे भारत स्लीपर परियोजनाएं भी पाइपलाइन में हैं.
यह भी पढ़ें- Israel-Hamas War: 'आज भारत मदद मांगता नहीं, मदद देता है', ऑपरेशन अजय पर बोले अनुराग ठाकुर