Vande Bharat Train Accident List: मुंबई-गांधीनगर वंदे भारत ट्रेन जब से लॉन्च हुई है तभी से चर्चाओं में है. इसकी लग्जरी और सफर को लेकर तो कई बार चर्चा हो चुकी है लेकिन इस बार इसके हादसों को लेकर चर्चा हो रही है. पिछले कुछ महीनों में वंदे भारत ट्रेनों से अब तक 4 हादसे हो चुके हैं. इन घटनाओं में मवेशियों के टकराने, महिला की जान जाने से लेकर पहिया जाम होने तक की खबरें आईं.
मंगलवार को गुजरात के आणंद में वंदे भारत ट्रेन की चपेट में आने से एक महिला की जान चली गई. इससे पहले गुजरात के ही अहमदाबाद, आणंद और वलसाड में मवेशियों से टकराने की खबरें आईं. इन घटनाओं में वंदे भारत का आगे का हिस्सा क्षतिग्रस्त हुआ था. यूपी के खुर्जा में इस ट्रेन का पहिया जाम हो गया तो खबर बन गई.
इसके अलावा हाल ही में एआईएमआईएम के नेता असदुद्दीन ओवैसी वंदे भारत से सफर कर रहे थे तो उसी दौरान पत्थर ट्रेन के शीशे से टकरा गया और शीशा क्षतिग्रस्त हो गया. खबर बनी कि असदुद्दीन ओवैसी पर पत्थरबाजी हो गई, हालांकि भारतीय रेलवे ने कहा कि पत्थरबाजी नहीं हुई बल्कि एक पत्थर ट्रेन के शीशे से टकरा गया था.
54 साल महिला की मौत
वंदे भारत ट्रेन के साथ मंगलवार को एक भयंकर हादसा हुआ. गुजरात के आणंद में एक 54 साल की महिला की मौत हो गई. रेलवे अधिकारियों के मुताबिक, वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन गांधीनगर से मुंबई जा रही थी, तभी शाम 4 बजकर 37 मिनट पर एक महिला रेलवे ट्रैक को क्रॉस कर रही थी. इस दौरान वह ट्रेन की चपेट में आ गई. रेलवे पुलिस के अनुसार, महिला अहमदाबाद की रहने वाली थी.
वंदे भारत से टकराई गाय
वंदे भारत ट्रेन से तीसरा हादसा 29 अक्टूबर को हुआ. इसमें मुंबई-गांधीनगर वंदे भारत एक्सप्रेस दुर्घटना का शिकार हुई थी. ये हादसा गुजरात के अतुल रेलवे स्टेशन के पास हुआ था. मुंबई से गांधीनगर जा रही ट्रेन के सामने एक गाय आ गई. इस टक्कर से ट्रेन का आगे का हिस्सा टूट गया. करीब 30 मिनट रुकने के बाद ट्रेन को रवाना कर दिया गया. अक्टूबर महीने का यह तीसरा हादसा था. इससे पहले अक्टूबर के दूसरे हफ्ते में वंदे भारत ट्रेन 2 बार मवेशियों से टकराई थी. इसके बाद वंदे भारत ट्रेन को रिपेयर किया गया था.
रेलवे ने की किसानों से अपील
वेस्टर्न रेलवे ने पशु किसानों से अपील की है कि वे अपने मवेशियों को रेलवे ट्रैक के करीब न आने दें. रेलवे का कहना है कि इसका उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. इससे पहले भी रेलवे ने कहा था कि वह इस बारे में पशु किसानों को जागरूक बनाने के लिए अभियान चलाएगा.