Vande Bharat Train: कुछ ऐसी होगी स्लीपर वर्जन वाली वंदे भारत ट्रेन, राजधानी और दूसरी प्रीमियम ट्रेनों से डिजाइन एकदम अलग
Vande Bharat Sleeper Train: वंदे भारत ट्रेन में पैर पसारकर सोते हुए सफर करने की सोच रहे यात्रियों का सपना नए साल की शुरुआत में पूरा हो सकता है. रेल मंत्री ने इसे लेकर तस्वीरें और जानकारी साझा की है.
Vande Bharat Train Sleeper Version: भारतीय रेलवे जल्द ही एक कॉन्सेप्ट ट्रेन ला रहा है. दरअसल, जल्द ही वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन अत्याधुनिक स्लीपर बोगियों से लैस होने वाली है. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने मंगलवार (3 अक्टूबर) को वंदे भारत ट्रेन के स्लीपर वर्जन की झलक देने वाली तस्वीरें सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर साझा कीं.
रेल मंत्री ने अपनी पोस्ट में बताया कि कॉन्सेप्ट ट्रेन वंदे भारत का स्लीपर वर्जन जल्द ही 2024 की शुरुआत में आ रहा है. रेल मंत्री की ओर से साझा की गई तस्वीरों से पता चलता है कि वंदे भारत स्लीपर ट्रेन में टी टियर और थ्री टियर के विकल्प होंगे. स्लीपर बर्थ की डिजाइन राजधानी या अन्य प्रीमियम रेलगाड़ियों से एकदम अलग है.
Concept train - Vande Bharat (sleeper version)
— Ashwini Vaishnaw (@AshwiniVaishnaw) October 3, 2023
Coming soon… early 2024 pic.twitter.com/OPuGzB4pAk
4 साल पहले दौड़ी थी पहली वंदे भारत ट्रेन
बता दें कि पहली वंदे भारत एक्सप्रेस नई दिल्ली से वाराणसी के बीच 15 फरवरी 2019 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हरी दिखाकर शुरू की थी. वंदे भारत ट्रेन चेन्नई के इंटीग्रल कोच फैक्ट्री (ICF) से निर्मित है जोकि भारत की 'मेक इन इंडिया' पहल को प्रदर्शित करती है, साथ ही देश की इंजीनियरिंग ताकत को भी दिखाती है.
भारतीय रेलवे ने 1 अक्टूबर को एक कॉन्सेप्ट पेश किया, जिसके तहत वंदे भारत ट्रेन की बोगियों को महज 14 मिनट में साफ किया जाएगा. यह कॉन्सेप्ट जापान के बुलेट ट्रेन मॉडल का उदाहरण है, जहां ट्रेनों को केवल सात मिनट में साफ किया जाता है.
अगले साल के मध्य तक 200 शहरों को जोड़ा जाएगा वंदे भारत ट्रेन से
बता दें कि रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इस साल जून की शुरुआत में दिल्ली में एक प्रेस वार्ता में कहा था कि महीने के आखिर तक वंदे भारत ट्रेनें सभी राज्यों को कवर करना शुरू कर देंगी. इसी के साथ उन्होंने कहा था कि अगले साल के मध्य तक 200 शहरों को वंदे भारत ट्रेन से जोड़ने का लक्ष्य रखा गया है. उन्होंने बताया था कि इन ट्रेनों का उत्पादन कार्य तेज गति से चल रहा है.
यह भी पढ़ें- Bihar Caste Survey: आबादी के हिसाब से बिहार विधानसभा में किसकी कम या ज्यादा हिस्सेदारी?