Kolkata Police Lodge FIR Against Journalists: वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन पर पथराव की दूसरी घटना में बेहद दिलचस्प मोड़ आ गया है. इस मामले में कोलकाता पुलिस ने गलत खबर वायरल करने के आरोप में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की राज्य इकाई के अध्यक्ष सुकांत मजूमदार और शहर के 10 पत्रकारों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है.


पश्चिम बंगाल सरकार के एक अधिकारी ने बताया कि पिछले हफ्ते वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन पर पथराव की दूसरी घटना तेजी से वायरल हुई थी. इसे यह कहते हुए वायरल किया गया था कि बंगाल में दूसरी बार वंदे भारत पर पथराव हुआ है. इस घटना से राज्य की काफी बदनामी हुई.


'पश्चिम बंगाल की प्रतिष्ठा को पहुंचा नुकसान'


रिपोर्ट के मुताबिक, यह घटना पिछले हफ्ते बिहार में तब हुई थी जब हावड़ा-न्यू जलपाईगुड़ी सेमी-हाई-स्पीड ट्रेन तीन जनवरी को प्रदेश से होकर गुजर रही थी. ट्रेन पर पथराव के बाद यह खबर फैल गई कि ट्रेन कोच पर पथराव पश्चिम बंगाल में हुआ है. वास्तव में यह घटना बिहार में हुई थी. इस झूठ से पश्चिम बंगाल की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचा. इसलिए, उनके खिलाफ IT अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है.


ममता बनर्जी ने कही थी कार्रवाई की बात


पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हाल ही में कहा था कि राज्य में घटना होने की 'फर्जी खबर' फैलाने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी. पुलिस की जांच में मामला पुराना निकला, जिसके बाद पुलिस ने बीजेपी नेताओं पर कार्रवाई की है. पुलिस अधिकारी ने कहा, “इस मामले में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार और 10 पत्रकारों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है.


यह है पूरा मामला


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले साल 30 दिसंबर को बंगाल में वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाई थी. इसके बाद 1 जनवरी और फिर 2 जनवरी को ट्रेन पर पत्थर फेंकने की घटना सामने आई थी. इस बारे में पूर्वी रेलवे की CPRO ने एक बयान भी दिया था. उन्होंने कहा था कि वीडियो फुटेज स्कैन करने के बाद ये पता चला है कि सोमवार (1 जनवरी) को हुई पत्थरबाजी मालदा जिले में हुई थी. वहीं मंगलवार (2 जनवरी) की घटना बिहार के किशनकंज की थी.


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