Ramlala Pran Pratishtha: अयोध्या में श्रीराम मंदिर के उद्घाटन से पहले जम्मू के कई इलाकों को श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ स्थल की तरह सजाया जा रहा है, ताकि जो लोग 22 जनवरी को अयोध्या नहीं जा सकें तो उन्हें जम्मू में ही राममय माहौल मिले. इन इलाकों में भगवान श्रीराम के पोस्टर, बैनर और जगह-जगह झंडे लगाए जा रहे हैं.


जम्मू के ये इलाके में सुबह और शाम में रामधुन में लीन हो जाते हैं. कई श्रद्धालु हाथों में अलग-अलग वाद्य यंत्र लेकर रामधुन करते हुए निकल पड़ते हैं. ये श्रद्धालु गलियों में जाकर रामधुन गाते हैं, ऐसे में पूरा माहौल भक्तिमय नजर आता है.




अयोध्यामय हुआ जम्मू!


लोगों का दावा है कि 500 साल बाद ऐसा मौका आया है जब अयोध्या में भव्य राम मंदिर का उद्घाटन होने जा रहा है. ऐसे में अयोध्या से 1200 किलोमीटर दूर जम्मू भी अयोध्यामय हो गया है.


अयोध्या हो गई समारोह की शुरुआत


अयोध्या में रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा के लिए समारोह मंगलवार (16 जनवरी) को शुरू हो गया. मंदिर ट्रस्ट से जुड़े लोगों की ओर से कई अनुष्ठान हुए. सप्ताहभर चलने वाले ये अनुष्ठान नए मंदिर में रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा के साथ संपन्न होंगे. राम मंदिर के मुख्य पुजारी सत्येंद्र दास ने कहा, ‘‘अनुष्ठान शुरू हो गया है और 22 जनवरी तक जारी रहेगा. 11 पुजारी सभी ‘देवी-देवताओं’ का आह्वान करते हुए अनुष्ठान कर रहे हैं.’’


22 जनवरी तक चलने वाले अनुष्ठान में यजमान मंदिर ट्रस्ट के सदस्य अनिल मिश्रा और उनकी पत्नी उषा मिश्रा हैं. 22 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होगी.


आजकल तो पूरा देश राममय है- पीएम मोदी


इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि पूरा देश भगवान राम की भक्ति में सराबोर है. मंगलवार को पीएम मोदी ने आंध्र प्रदेश में कहा, ''आजकल तो पूरा देश राममय है, रामजी की भक्ति में सराबोर है लेकिन प्रभु श्रीराम का जीवन विस्तार, उनकी प्रेरणा, आस्था, भक्ति के दायरे से कहीं ज्यादा है. प्रभु राम गवर्नेंस के, समाज जीवन में सुशासन के ऐसे प्रतीक हैं जो आपके  संस्थान के लिए भी बहुत बड़ी प्रेरणा बन सकते हैं.''


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