सीएए और एनआरसी: महाराष्ट्र सरकार में मंत्री ने अब ये बड़ा दावा किया है
वर्षा गायकवाड़ ने भी सीएए, एनआरसी और एनपीआर के कानून का विरोध करते हुए कहा कि देश मे इसकी कोई जरूरत नहीं है.
नई दिल्ली: कई हफ्तों से देश के अलग-अलग राज्यों में सीएए, एनआरसी और एनपीआर को लेकर विरोध प्रदर्शन हो रहा है. महाराष्ट्र में भी तमाम छात्र नेता और संगठन इसके विरोध में सड़कों पर हैं. इसी के तहत मुंबई के यशवंत राव चौहाण सभागार में एक सभा का आयोजन किया गया. जहां पर महाराष्ट्र की कांग्रेस विधायक और नवनिर्वाचित शिक्षा मंत्री वर्षा गायकवाड़ भी पहुंची.
गायकवाड़ ने भी सीएए, एनआरसी और एनपीआर के कानून का विरोध करते हुए कहा कि देश मे इसकी कोई जरूरत नहीं है. उन्होंने कहा कि वह इन कानूनों को राज्य में लागू नहीं होने देंगी. इसके लिए वो अपने सहयोगी दलों से भी बात करेंगी कि ये कानून राज्य में लागू नहीं किया जाए. दरअसल महारष्ट्र में शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी गठबंधन की सरकार है. कांग्रेस एनसीपी ने पहले ही इन कानूनों का विरोध किया है. लेकिन शिवसेना ने इस मुद्दे पर अभी तक अपनी स्पष्ट भूमिका जाहिर नहीं की है. जिसको लेकर इस कानून के विरोधियों में शिवसेना के प्रति असमंजस की स्थिति बनी हुई है.
मुंबई के यशवंत राव चौहाण सभागार में छात्र भारती संगठन की तरफ से आयोजित इस कार्यक्रम में , नागरिकता संशोधन एक्ट और एनपीआर के विरोध में चर्चा होनी थी. उसी कार्यक्रम में वर्षा गायकवाड़ पहुंची. इस कार्यक्रम में जामिया यूनिवर्सिटी, जेएनयू के छात्र नेताओं के साथ छात्र नेता उमर खालिद भी शामिल हुए. उमर खालिद ने कहा कि इस मंच पर शिवसेना नेता अदित्य ठाकरे को भी बुलाया गया था, लेकिन वो नहीं आए. अगर वो आये होते तो मैं इस मंच पर नहीं आता, क्योंकि शिवसेना की सीएए और एनआरसी को लेकर अभी तक कोई स्पष्ट भूमिका नहीं है.
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