Varuna Drone: भारतीय नौसेना के लिए बनाया गया भारत का पहला पैसेंजर ड्रोन, बिना पायलट के भरेगा उड़ान
Varuna Drone News: ड्रोन हवा में तकनीकी खराबी के बाद भी सुरक्षित लैंडिंग में सक्षम है. इसके अलावा आपात स्थिति में पैराशूट अपने आप खुल जाएगा और सुरक्षित लैंडिंग में मदद करेगा.
Varuna Drone Update: महाराष्ट्र (Maharashtra) के पुणे में एक स्टार्टअप ने देश का पहला यात्री ड्रोन 'वरुण' (Varuna) बनाया है. इस खास ड्रोन को भारतीय नौसेना ( Indian Navy) के लिए विकसित किया गया है. इस ड्रोन (Drone) की सबसे खास बात यह है कि ये पायलट रहित ड्रोन (Pilotless Drone) 130 किलोग्राम तक का पेलोड (Payload) ले जा सकता है.
ड्रोन इतने वजन से 25 किलोमीटर की दूरी तय करने की क्षमता रखता है. आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने पिछले महीने वरुण का प्रदर्शन देखा था. नागरिक उड्डयन मंत्रालय की ओर से ट्विटर पर एक वीडियो भी शेयर किया गया था.
ये है इसकी खासियत
इस ड्रोन में इंसान को सिर्फ बैठना होगा और इसके आलाव उसे कुछ नहीं करना है. ये ड्रोन उसे अपने आप ही एक जगह से दूसरी जगह ले जाएगा. इसे रिमोट से संचालित किया जाएगा. वहीं इसमें चार ऑटो पायलट मोड हैं, जो कुछ खराब होने की स्थिति में भी लगातार उड़ने की क्षमता को बरकरार रखते हैं.
सागर डिफेंस इंजीनियरिंग कंपनी (Sagar Defense Engineering Company) द्वारा निर्मित ड्रोन हवा में तकनीकी खराबी के बाद भी सुरक्षित लैंडिंग में सक्षम है. इसके अलावा आपात स्थिति में पैराशूट अपने आप खुल जाएगा और सुरक्षित लैंडिंग में मदद करेगा. कंपनी के को-फाउंडर ने कहा है कि 'वरुण' का इस्तेमाल एयर एम्बुलेंस या दूरदराज के इलाकों में माल परिवहन के लिए के रूप में किया जा सकता है.
जमीन का ट्रायल पूरा
बता दें कि नौसेना ने सागर डिफेंस को यह प्रोजेक्ट दिया था. कंपनी का कहना है कि इस प्रोजेक्ट को लगभग डेढ़ साल में पूरा करने की योजना है. जमीन पर इसका ट्रायल हो चुका है. ये नौसेना की कई आवश्यकताओं को पूरा करेगा.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस साल की शुरुआत में दिल्ली में दो दिवसीय भारत ड्रोन महोत्सव में ड्रोन उड़ाने में हाथ आजमाया था. कार्यक्रम में अपने संबोधन के दौरान, पीएम मोदी ने कहा कि यह उनका सपना है कि भारत में हर किसी के हाथ में स्मार्टफोन हो, हर खेत में ड्रोन हो और हर घर में समृद्धि हो.
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