नई दिल्ली: वेदांता लिमिटेड ने तूतीकोरिन में स्टरलाइट कॉपर प्लांट को बंद करने के तमिलनाडु सरकार के फैसले को ‘दुर्भाग्यपूर्ण’ करार दिया. कंपनी ने कहा कि वह इस फैसले के अध्ययन के बाद आगे की कार्रवाई के बारे में विचार करेगा. कंपनी ने एक बयान में कहा, "स्टरलाइट कॉपर प्लांट को बंद करना एक दुर्भाग्यपूर्ण कार्रवाई है. हम पिछले 22 सालों से प्लांट को सर्वाधिक पारदर्शी और टिकाऊ तरीके से चला रहे हैं और तूतीकोरीन और राज्य के सामाजिक-आर्थिक विकास में योगदान दिया है. हम आदेश का अध्ययन करने के बाद अगला कदम उठाएंगे." बंबई स्टॉक एक्सचेंज में नियामकीय फाइलिंग में कंपनी ने कहा कि उसे तमिलनाडु सरकार की तरफ से तमिलनाडु प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (टीएनपीसीबी) को कंपनी के प्लांट को बंद करने का 28 मई 2018 को जारी आदेश प्राप्त हुआ है, जिसे प्लांट को हमेशा के लिए बंद करने का आदेश दिया गया है.


राज्य सरकार का यह फैसला पिछले सप्ताह हुए प्रदर्शन के बाद आया है, जिसमें पुलिस गोलीबारी में 13 लोग मारे गए थे. पुलिस की कार्रवाई के बाद आंदोलन ने राजनीतिक रंग ले लिया. राज्यभर में प्रदर्शन हुए. विपक्षी दल डीएमके स्टरलाइट कंपनी को बंद करने की मांग कर रही थी.


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कंपनी बंद किये जाने के फैसले से ठीक पहले तमिलनाडु के उपमुख्यमंत्री ओ पन्नीरसेल्वम ने कहा था कि सरकार वेदांता लि. के स्टरलाइट कॉपर स्मेल्टर प्लांट को स्थाई तौर पर बंद करने के लिए आवश्यक कदम उठाएगी. पन्नीरसेल्वम ने तूतीकोरिन में अस्पताल का दौरा किया और 22 मई को स्टरलाइट कॉपर के खिलाफ प्रदर्शनक कर रहे प्रदर्शनकारियों पर पुलिस द्वारा की गई गोलीबारी में घायल हुए लोगों का हालचाल जाना. उपमुख्यमंत्री ने कहा कि घायलों को मुआवजा दे दिया गया है. यहां हालात धीरे-धीरे सामान्य हो गए हैं, दुकानें और अन्य प्रतिष्ठान खुल रहे हैं. इंटरनेट कनेक्टिविटी बहाल हो गई है.


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