Vegetables Price Hike: ईंधन की आसमान छूती कीमतों, महाराष्ट्र और कर्नाटक में भारी बरसात के कारण फसल को हुए नुकसान की वजह से दिल्ली के थोक और खुदरा बाजारों में टमाटर और प्याज जैसी सब्जियों की कीमतों में बेतहाशा वृद्धि हुई है. सब्जी व्यापारियों ने कहा कि सब्जियों की थोक कीमतों में 10 रुपये से 15 रुपये प्रति किलो के बीच वृद्धि हुई है. जबकि खुदरा बाजार में यह कीमत वृद्धि करीब 15-20 रुपये प्रति किलो के दायरे में हुई है.


सब्जी व्यापारियों ने संकेत दिया कि अगर इसी तरह की स्थिति बनी रही तो आने वाले हफ्तों में ये और महंगी हो सकती हैं. लक्ष्मी नगर के सब्जी व्यापारी रमेश साहू ने कहा कि टमाटर और प्याज के भाव में तेजी आई है.


साहू ने कहा, "अब, टमाटर की कीमतें 50 रुपये से 55 रुपये प्रति किलो के बीच हैं, जबकि पहले यह लगभग 40 रुपये प्रति किलो थीं. इसी तरह प्याज की कीमतों में भी बढ़ोतरी की गई है और अब, यह लगभग 50 रुपये प्रति किलो है जो पहले लगभग 35-40 रुपये प्रति किलोग्राम के हिसाब से बेचा जा रहा था.” उन्होंने कहा कि थोक कीमतों में बढ़ोतरी के कारण ऐसा हुआ है.


ग्रेटर कैलाश -1 में एक सब्जी विक्रेता मोनू पासवान ने कहा कि अच्छी गुणवत्ता वाला टमाटर 55-60 रुपये प्रति किलो बिक रहे है, जबकि प्याज की कीमत लगभग 50-55 रुपये प्रति किलो है. पासवान ने कहा, "आपूर्ति कम होने के कारण पिछले एक सप्ताह में सब्जियों के भाव में वृद्धि हुई है. हम थोक बाजारों में अधिक दरों पर सब्जियां खरीद रहे हैं, इसलिए खुदरा बाजारों में भी इस तेजी की लहर का असर देखा जा रहा है." 


गाजीपुर थोक सब्जी और फल बाजार के अध्यक्ष एस पी गुप्ता ने कहा कि इन सब्जियों की आपूर्ति की कमी होने से प्याज और टमाटर जैसी मुख्य सब्जियों के थोक भाव करीब 10-15 रुपये प्रति किलो बढ़ गए हैं.


उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में सबसे ज्यादा प्याज और टमाटर महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और कर्नाटक से आता है. उन्होंने कहा, "कर्नाटक और महाराष्ट्र में भारी बारिश के कारण वहां प्याज और टमाटर की फसल खराब हो गई. इससे आपूर्ति में कमी आई, इसलिए इन सब्जियों की कीमतों में वृद्धि हुई है.


गुप्ता ने कहा, ''अब प्याज का थोक भाव करीब 40 रुपये प्रति किलो है, जबकि टमाटर का भाव 25 किलो के टोकरे के लिए 900 रुपये प्रति टोकरा है.'' उन्होंने कहा कि आमतौर पर गाजीपुर मंडी में प्याज का थोक भाव करीब 20-25 रुपये प्रति किलो हुआ करता था. इसी तरह टमाटर का थोक भाव 16 से 20 रुपये प्रति किलो के बीच हुआ करता था जो अब 35-36 रुपये प्रति किलो है. गुप्ता ने आगे कहा कि फिलहाल दिल्ली में मुख्य रूप से इंदौर से प्याज की आपूर्ति की जा रही है.


ओखला मंडी के थोक व्यापारी हाजी यामीन ने कहा कि टमाटर और प्याज के दाम करीब 20 रुपये प्रति किलो बढ़े हैं. उन्होंने कहा कि पहले ओखला मंडी में प्याज का थोक भाव करीब 20 रुपये प्रति किलो होता था, जो अब दोगुना हो गया है.


ओखला मंडी के एक अन्य व्यापारी मोहम्मद इबरार ने कहा कि टमाटर का भी यही हाल है क्योंकि अब यह 30-40 रुपये प्रति किलो के थोक भाव पर बिक रहा है, जबकि पहले इसकी कीमत 15-20 रुपये प्रति किलो थी.


व्यापारियों ने यह भी कहा कि दक्षिणी भारतीय राज्यों में बारिश की वजह से फसल को पहुंचे नुकसान के अलावा, ईंधन की कीमतों में वृद्धि से परिवहन लागत में वृद्धि के कारण भी सब्जियां महंगी हो रही हैं.


यामीन ने कहा कि दक्षिणी भारतीय राज्यों में बारिश के कारण फसलों को नुकसान पहुंचा है; इसलिए, यहां उन वस्तुओं की दरों में वृद्धि हुई है. लेकिन इस स्थिति के पीछे यही एकमात्र कारण नहीं है.


उन्होंने कहा, "ईंधन की कीमतों, विशेष रूप से डीजल की कीमत बढ़ाये जाने के कारण, सब्जियों के परिवहन की लागत बढ़ गई है. इसलिए आपूर्ति में कमी के साथ, बढ़ी हुई परिवहन लागत अब थोक के साथ-साथ खुदरा बाजारों में सब्जियों को महंगा करके अपना प्रभाव दिखा रही है."


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