कोरोना में महंगी हुईं सब्जियां: टमाटर 80 के पार, आलू और हरी सब्जियों के दाम भी आसमान पर
एक पखवाड़ा पहले तक टमाटर 20 रुपये किलो तक बिक रहा था लेकिन अचानक इसके दाम ने 80 से 90 रुपये का स्तर छू लिया है.
नई दिल्ली: देश में कोरोना संकट के बीच सब्जियों के दाम बेतहाशा बढ़ गए हैं. दिल्ली समेत राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में टमाटर, आलू और हरी सब्जियों के दाम आसमान पर पहुंच गया है. टमाटर 80 से 90 रुपये और आलू 30 से 40 रुपये प्रति किलो के हिसाब से बिक रहा है.
टमाटर में सबसे ज्यादा तेजी
लोगों को सबसे ज्यादा टमाटर के दाम चुभ रहे है. एक पखवाड़ा पहले तक टमाटर 20 रुपये किलो तक बिक रहा था, लेकिन अचानक इसके दाम ने 80 से 90 रुपये का स्तर छू लिया है. आजादपुर सब्जी मंडी के एक आढ़ती के मुताबिक बरसात शुरू होने से गुजरात से आने वाले टमाटर के ट्रकों की संख्या काफी घट गई है. शिमला से टमाटर आ रहे हैं लेकिन यह मांग को पूरा नहीं कर पा रहे हैं. वहां से टमाटर का आना भी कम ही है. थोक मंडी में टमाटर 45 से 50 किलो रुपये मिल रहा है. लिहाजा खुदरा सब्जी बेचने वालों तक पहुंचते-पहुंचते यह 80 से 90 रुपये का हो जाता है.
35 से 40 रुपये किलो बिक रहा आलू
टमाटर के साथ आम लोगों का सबसे पसंदीदा सब्जी आलू के दाम 35 से 40 रुपये तक पहुंच गए हैं. खुदरा बाजार में चिपसोना आलू 35 से 40 और पहाड़ी आलू 40 से 45 रुपये किलो बिक रहा है. आढ़तियों का कहना है कि डीजल महंगा होने की वजह से माल ढुलाई में ज्यादा पैसा लग रहा है. ट्रांसपोर्टरों ने भाड़ा बढ़ा दिया है. इसका असर सब्जियों के दाम में दिख रहा है.
मौसमी सब्जियां भी महंगी हो रही है. कद्दू 25 से 30 रुपये, भिंडी 30 से 40, बैंगन 50 रुपये और फ्रेंच बीन्स 60 से 80 रुपये किलो बिक रहा है. देश के कई इलाकों में भारी बारिश की वजह से हरी सब्जियां मंडी तक नहीं पहुंच पा रही है. कई जगह बारिश के पानी ने सब्जियों के खेतों को डुबो दिया है. कई जगहों में बाढ़ आई है. इसका भी सब्जियों की ढुलाई पर असर पड़ा है.