नई दिल्ली: राज्यसभा में बार-बार बुलबुल का नाम सुनकर वेंकैया नायडू ने अचंभित होकर पूछा आखिर ये बुलबुल क्या है? यह सवाल तब उठा जब राज्यसभा में टीएमसी के दो सांसद बुलबुल तूफान को लेकर चर्चा कर रहे थे. जैसे ही दोनों सांसदों ने अपनी बात पूरी की राज्यसभा के चेयरमैन वेंकैया नायडू ने उनसे यह सवाल पूछ लिया. चेयरमैन के सवाल से कई लोगों के चेहरे पर मुस्कान दौड़ गई. जिसके बाद मौजूदा सांसदों ने चेयरमैन को बताया कि बुलबुल तूफान का नाम है. जिसने महीने के शुरुआत में पश्चिम बंगाल में भारी तबाही मचाई थी.


नवंबर के पहले हफ्ते में बुलबुल तूफान ने मचाई भारी तबाही


इसी महीने के शुरूआती हफ्ते में पश्चिम बंगाल में आए बुलबुल तूफान को लेकर आज राज्यसभा में चर्चा चल रही थी. पश्चिम बंगाल के सांसद नदीम उल हक और मानस रंजन भूनिया ने बुलबुल तूफान की वजह से हुए नुकसान को लेकर राज्यसभा में जानकारी देनी शुरू की.


टीएमसी सांसदों की तरफ से बताया गया की बुलबुल तूफान की वजह से 3 जिलों में भारी तबाही हुई. जिसमें करीबन 24 हजार करोड़ रुपए का नुकसान हुआ. राज्य के करीबन 35 लाख लोग सीधे तौर पर प्रभावित हुए और इस चक्रवात में 5 लाख से ज्यादा घर तबाह हुए.


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राज्यसभा में चल रही थी चर्चा-


राज्यसभा में करीब 11 बजकर 24 मिनट पर नदीम उल हक ने बुलबुल तूफान से हुई तबाही और उसके बाद किस तरह से राहत और बचाव कार्य चलाया गया उसके बारे में जानकारी सदन के सामने रखी. नदीम उल हक के बाद मानस रंजन भूनिया ने यही बताया कि कितना बड़ा तूफान था. साथ ही उससे राज्य को किस तरह का नुकसान हुआ. जब दोनों सांसदों ने अपनी बात सदन के सामने रख ली चेयर पर मौजूद वेंकैया नायडू ने पूछा आखिर यह बुलबुल क्या है. समझ नहीं आया.


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