नई दिल्ली: उप-राष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने रविवार को कहा कि राजनीतिक पार्टियों को चुनावों के समय मुफ्त की रेवड़ियां बांटने की बजाय विकास पर ध्यान देना चाहिए. कपड़ा मंत्रालय से आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उप-राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘चुनावों के समय मुफ्त की रेवड़ियां बांटने की बजाय हमें दीर्घकालिक विकास पर ध्यान देना चाहिए, ताकि लोग खुद ही समझ सकें. यह अस्थायी चीजें अस्थायी लॉलीपॉप ही होंगी.’’
मौजूदा शीतकालीन सत्र में संसद, खासकर राज्यसभा, में कामकाज के बारे में उच्च सदन के सभापति नायडू ने कहा कि वह ‘‘अलग-अलग एजेंडा को एक राष्ट्रीय एजेंडा में बदल पाने की अपनी नाकामी से दुखी’’ हैं.
नायडू ने आगे कहा, ‘‘संसदीय संस्थाएं प्रतिस्पर्धी एजेंडा की बंधक नहीं बनाई जा सकती। भारतीय संसद, राज्यसभा, दो पार्टियों की प्रतिस्पर्धा के कारण 14 दिनों तक नहीं चल सकी.’’