हैदराबाद: उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने बृहस्पतिवार को कहा कि संयुक्त राष्ट्र को विचार-विमर्श करके आतंकवाद की परिभाषा तय करनी चाहिये और फिर आतंकवादी समूहों को अलग थलग करने के लिए एक कार्य योजना तैयार करनी चाहिए.


उपराष्ट्रपति ने महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण शिक्षा परिषद द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, ''आतंकवाद को समाप्त किया जाना चाहिए. पूरी दुनिया को एकसाथ आना चाहिए और उन लोगों के दर्द को समझना चाहिए जो आतंकवाद से प्रभावित हो रहे हैं और इसे खत्म करने की कोशिश करते हैं.''


उन्होंने कहा कि "इसलिए मैं हर मंच से कह रहा हूं कि संयुक्त राष्ट्र को इस बात पर विचार करना चाहिए कि आतंकवाद की परिभाषा क्या हो."


उपराष्ट्रपति ने कहा, "वे वर्षों से इस पर चर्चा कर रहे हैं और उन्हें आतंकवादी समूहों को अलग थलग करने के लिए एक कार्य योजना के साथ आगे आना चाहिए."


व्लादिमीर पुतिन ने आतंकवाद के खिलाफ भारत की लड़ाई के प्रति एकजुटता जताई


एयर स्ट्राइक पर बीजेपी राजनीति कर रही है: संजय झा