अयोध्या मामले पर फैसले की घड़ी, एबीपी न्यूज की अपने पाठकों और दर्शकों से शांति और सद्भाव की अपील
अयोध्या विवाद मामले में सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने को लेकर प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री सहित तमाम पार्टियों, दलों और घर्मगुरुओं ने समाज के सभी वर्गों से इस फैसले का सम्मान करने और शांति बनाए रखने की अपील की है. इसी कड़ी में एबीपी न्यूज भी आप सभी पाठकों से एक अपील करता है.
नई दिल्ली: अयोध्या मामले पर आज सुबह साढ़े दस बजे आने वाले फैसला आने वाला है. केंद्र और प्रदेश सरकार की तरफ से लगातार सौहार्द बनाए रखने की अपील की जा रही है. ऐसे में एबीपी न्यूज भी आप सभी पाठकों से एक अपील कर रहा है कि हर हाल में शांति बनाए रखें और सुप्रीम कोर्ट के फैसले का सम्मान करें. ऐसा कोई भी काम ना करें जिससे किसी की भावना को ठेस पहुंचे.
एबीपी न्यूज की अपील
अय़ोध्या विवाद पर देश कानून का फैसला देश में कानून शासन का सबूत है. ये देश को दिशा दिखाने वाला फैसला है. देश को इस फैसले पर न्याय के प्रति सम्मान की भावना से देखना चाहिए. देश की मिलीजुली संस्कृति के प्रति हम सबको अपनी जिम्मेदारी संविधान के बताए रास्ते पर निभानी है. पूरे दुनिया की नजर भारत पर है. हमारा एक नागरिक के तौर पर हमारा व्यवहार राष्ट्र की गरिमा और भारत की श्रेष्ठता की दिशा में बड़ा कदम होगा.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की देशवासियों से अपील अयोध्या पर फैसले से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी से सद्भावना की महान परंपरा को मजबूत करने की अपील की है. प्रधानमंत्री मोदी ने शुक्रवार को ट्वीट कर कहा, "अयोध्या पर सुप्रीम कोर्ट का जो भी फैसला आएगा, वो किसी की हार-जीत नहीं होगा. देशवासियों से मेरी अपील है कि हम सब की यह प्राथमिकता रहे कि ये फैसला भारत की शांति, एकता और सद्भावना की महान परंपरा को और बल दे."
यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा- फैसले को जीत-हार के साथ जोड़कर न देखा जाए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सुप्रीम कोर्ट द्वारा अयोध्या प्रकरण के सम्बन्ध में दिए जाने वाले सम्भावित फैसले के मद्देनजर प्रदेशवासियों से अपील की है कि आने वाले फैसले को जीत-हार के साथ जोड़कर न देखा जाए. सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी सांप्रदायिक सौहार्द बनाए रखने की अपील की है. उन्होंने क्या किया है ये आपको दिखाते हैं.
सुरक्षा के कड़े इंतजाम उत्तर प्रदेश को पूरी तरह छावनी में तब्दील कर दिया गया है. खासकर अयोध्या में सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त हैं. हर जिले में भारी पुलिस फोर्स तैनात है. केंद्र ने उत्तर प्रदेश की मदद के लिए चार हजार अर्धसैनिक बल भेजे हैं. सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर गृह मंत्रालय ने 40 कंपनी अतिरिक्त सुरक्षा बल उत्तर प्रदेश को उपलब्ध कराए हैं. उत्तर प्रदेश में तत्काल प्रभाव से धारा 144 लागू कर दी गई है.
उत्तर प्रदेश के लखनऊ, वाराणसी, कानपुर, अलीगढ़, बरेली, मुरादाबाद, रामपुर आदि संवेदनशील जिलों में अतिरिक्त सुरक्षा बलों की तैनाती है. अयोध्या की तरफ जाने वाले रास्तों को सील कर दिया गया है. अयोध्या पर सुरक्षा व्यवस्था ऐसी है कि परिंदा भी न पर मार सके.
आखिर रामजन्मभूमि-बाबरी मस्जिद मामले में फैसला शनिवार को क्यों आ रहा?
अयोध्या विवाद: सुप्रीम कोर्ट के फैसले से नाखुश पक्ष के पास क्या विकल्प रह जाएंगे?
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