Vertical Wind Tunnel For Special Forces: विशेष अभियान के दौरान स्काई डाइविंग की स्थितियों से निपटने के लिए भारतीय जवानों के लिए स्पेशल ट्रेनिंग का उपाय किया गया है. भारतीय सेना ने एक ऐसी टनल लगाई है, जिसमें हवा का बहाव इतना तेज होता है कि जवान हवा में उड़कर फ्री फॉल के लिए संतुलन बनाना सीख सकते हैं. इस टनल को 'वर्टिकल विंड टनल' कहा जा रहा है.


न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, वर्टिकल विंड टनल हिमाचल प्रदेश के बुकलोह में भारतीय सेना के स्पेशल फोर्सेज के ट्रेनिंग स्कूल में इंस्टॉल की गई है. इसका वीडियो भी सामने आया है जो लोगों को आश्चर्य में डाल रहा है.


वर्टिकल विंड टनल लगाने का मकसद?


सैन्य अधिकारियों के मुताबिक, भारतीय सेना ने हवाई अभियानों के लिए पहली बार वर्टिकल विंड टनल की शुरुआत की है जो हर संभव स्थिति के लिए स्पेशल फोर्सेज के जवानों को प्रशिक्षित करने के लिए हवाई संचालन के अनुसार सिमुलेशन (अनुकरण) प्रदान करती है.


इसका मतलब है कि किसी विशेष अभियान के दौरान अगर जवानों को उड़ान भर रहे एयरक्राफ्ट से कूदना हो या कहीं बहुत ऊंचाई से कूदना पड़े तो उस दौरान हवा में शरीर का संतुलन कैसे साधा जाए, इसकी ट्रेनिंग इस टनल से मिलती है. स्पेशल फोर्सेज के जवानों की ट्रेनिंग इस टनल के माध्यम से शुरू हो चुकी है. 


वर्टिकल विंड टनल का वीडियो






वर्टिकल विंड टनल कैसे करती है काम?


वर्टिकल विंड टनल की ऊंचाई 10 मीटर है और इसका व्यास 4.6 मीटर है. इस टनल में 275 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से हवा चलती है जो जवान को इसके भीतर ही ऊपर की तरफ उड़ने में मदद करती है.


यह भी पढ़ें- क्या है 'फाइव आइज' गठबंधन, जो बना भारत-कनाडा विवाद में चर्चा की वजह? जानिए इसका हरदीप सिंह निज्जर संग कनेक्शन