ये है मध्य प्रदेश का 'VVIP TREE', हर महीने देखभाल पर खर्च होता है 1 लाख रुपया!
आप यह जानकर हैरान हो जाएंगे कि चार गार्ड मिलकर सातों दिन और 24 घंटे यानी हर पल इस वीवीआईपी पेड़ की देखभाल करते हैं. इतना ही नहीं इस पेड़ के लिए विशेष तौर पर पानी के टैंकर की व्यवस्था भी की गई है.
भोपाल: वैसे तो आपने आज तक कई खास तरह के पेड़-पौधों के बारे में सुना और देखा होगा, जिनकी देखभाल विशेष तौर पर की जाती है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि भारत में एक ऐसा भी वीवीआईपी पेड़ है जिसकी 24 घंटे निगरानी की जाती है और हर साल इसके मेंटेनेंस पर करीब 12 से 15 लाख रुपए खर्च होते हैं.
सलामतपुर की पहाड़ी पर लगा है यह वीवीआईपी पेड़
जी हां! एनडीटीवी पर छपी खबर के मुताबिक मध्य प्रदेश में एक ऐसा पेड़ है जिसे देश का 'पहला वीवीआईपी' पेड़ कहना शायद गलत नहीं होगा. यह पेड़ एमपी की राजधानी भोपाल और विदिशा के बीच स्थित सलामतपुर की पहाड़ी पर लगा है.
हर पल इस पेड़ की देखभाल करते हैं गार्ड
आप यह जानकर हैरान हो जाएंगे कि चार गार्ड मिलकर सातों दिन और 24 घंटे यानी हर पल इस वीवीआईपी पेड़ की देखभाल करते हैं. इतना ही नहीं इस पेड़ के लिए विशेष तौर पर पानी के टैंकर की व्यवस्था भी की गई है.
क्यों खास है यह पेड़ ?
दरअसल यह एक बोधि वृक्ष है जो 100 एकड़ की सलामतपुर की पहाड़ी पर लगा हुआ है. साल 2012 में 21 सितंबर को श्रीलंका के पूर्व राष्ट्रपति महिंद्रा राजपक्षे ने इस बोधि वृक्ष को यहां पर लगाया था. यह वीवीआईपी पेड़ लोहे की करीब 15 फीट ऊंची जाली के अंदर हर वक्त होमगार्ड्स की निगरानी में रहता है. आपको बता दें कि बौद्ध धर्म के अनुयायियों के लिए इस बोधि वृक्ष का खास महत्व है. बौद्ध धर्मगुरू की मानें तो बोधगया में भगवान बुद्ध ने इसी पेड़ के नीचे ज्ञान प्राप्त किया था.
हर साल खर्च होते हैं तकरीबन 12-15 लाख रुपए
खबरों के मुताबिक इस वीवीआईपी पेड़ के मेंटेनेंस पर हर साल तकरीबन 12-15 लाख रुपए खर्च होते हैं. इस पेड़ की सुरक्षा में तैनात एक गार्ड ने बताया कि साल 2012 में उसकी यहां तैनाती हुई थी. उन्होंने बताया कि पहले इस बोधि वृक्ष को देखने बहुत लोग आते थे, हालांकि अब लोगों की संख्या में थोड़ी कमी आई है.