'कर्नाटक में मंदिर के मेलों में गैर-हिंदू व्यापारियों पर लगाया जाए प्रतिबंध', VHP और बजरंग दल की डिमांड
कर्नाटक में एक बार फिर मंदिरों के आसपास गैर-हिंदुओं के व्यापार करने का मुद्दा सुर्खियों में आ गया है. बजरंग दल-विश्व हिंदू परिषद ने इसे लेकर प्रदर्शन की चेतावनी दी है.
Karnataka News: दक्षिणपंथी समूहों ने फिर से कर्नाटक में मंदिरों के मेलों के पास मुस्लिम व्यापारियों के बहिष्कार के लिए एक अभियान शुरू किया है. विश्व हिंदू परिषद (VHP) और बजरंग दल ने तुमकुरु जिला कलेक्टर को एक ज्ञापन सौंपा है. इसमें कहा गया है कि 25 फरवरी से 19 मार्च तक गुब्बी चन्नबासवेश्वर मंदिर में आयोजित होने वाले मेले (Temple Fair) में अन्य धर्मों के दुकानदारों को अनुमति नहीं दी जाए.
गुरुवार को तुमकुरु के कलेक्टर वाईएस पाटिल को सौंपे गए अपने ज्ञापन में हिंदू समर्थक समूहों ने विरोध प्रदर्शन की चेतावनी भी दी. उन्होंने कहा कि अगर अन्य धर्मों के व्यापारियों को मंदिर के परिसर में या 100 मीटर के आसपास प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से व्यापार करने की अनुमति दी गई तो इसके खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया जाएगा.
कानून बनाने की मांग
बजरंग दल की नेता मंजू भार्गव ने कहा कि चन्नबसवेश्वर रथोत्सव भव्य तरीके से आयोजित किया जाएगा. उन्होंने भी गैर-हिंदुओं को मंदिर के पास व्यापार करने की अनुमति देने पर विरोध प्रदर्शन की चेतावनी दी. वहीं, विश्व हिंदू परिषद के जिला अध्यक्ष जीके श्रीनिवास ने कहा, "यह बात बहुत स्पष्ट है कि अन्य धर्मों के व्यक्तियों के लिए मंदिरों के परिसर और धार्मिक मेलों में व्यापार करने की कोई गुंजाइश नहीं है. इस कानून को लागू किया जाना चाहिए."
पहली भी हो चुकी हैं ऐसी घटनाएं
इसी महीने की शुरुआत में इसी तरह की एक घटना में मंगलुरु पुलिस ने कादरी श्री मंजूनाथ मंदिर मेले से बैनर हटाए थे. जिसमें कहा गया था कि मुस्लिम व्यापारी मंदिर के पास अपना व्यापार नहीं कर सकते. पुलिस के अनुसार, बैनर विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल ने लगाए थे. पुलिस ने ये भी बताया कि इन बैनरों में पिछले साल के कुकर बम विस्फोट का उल्लेख किया गया था और आरोप लगाया गया था कि आरोपियों का मुख्य लक्ष्य कादरी मंजूनाथ मंदिर था.
पुलिस ने कहा कि बैनरों में यह भी कहा गया है कि केवल हिंदू धर्म के रीति-रिवाजों और समारोहों में विश्वास रखने वाले व्यापारियों को ही अपना व्यापार और व्यवसाय जारी रखने की अनुमति दी जाएगी. बता दें कि पिछले साल नवंबर में कुक्के सुब्रह्मण्य मंदिर के चंपा षष्ठी समारोह में भी मुस्लिम विक्रेताओं पर प्रतिबंध लगाने की मांग को लेकर बैनर लगाए गए थे.
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