दिल्ली में विश्व हिंदू परिषद के अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष और वरिष्ठ अधिवक्ता आलोक कुमार ने बांगलादेश में हो रहे धार्मिक उत्पीड़न पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है. उनका कहना है कि बांगलादेश में हिंदू मंदिरों को नष्ट किया जा रहा है और हिंदू समुदाय पर अत्याचार किए जा रहे हैं. इसके पीछे साजिशों का हाथ बताया जा रहा है, जिसमें बांग्लादेश की पुलिस, सेना और आतंकवादी ताकतें शामिल हैं.


आलोक कुमार ने बांगलादेश के हालात पर टिप्पणी करते हुए कहा, "जिन मुद्दों को साजिशों के आधार पर उठाया गया था, उन्हीं मुद्दों के कारण हिंदू मंदिरों को नष्ट किया जा रहा है और उनके ऊपर अत्याचार किए जा रहे हैं. अब यह सुनने को मिल रहा है कि बांगलादेश की पुलिस, सेना और जिहादी इन उपद्रवियों की मदद कर रहे हैं." उन्होंने यह भी कहा कि यह सिर्फ भारत और हिंदू समुदाय के लिए चुनौती नहीं है, बल्कि यह पूरी मानवता और दुनिया के लिए एक गंभीर मुद्दा बन चुका है.


धार्मिक उग्रवाद और जिहाद के खिलाफ वैश्विक एकजुटता की आवश्यकता


विश्व हिंदू परिषद के अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष ने आगे कहा, "यह चुनौती केवल भारत के लिए नहीं है, बल्कि पूरी दुनिया के नागरिक समाज के लिए है, उन सभी के लिए जो धार्मिक स्वतंत्रता और कानून-व्यवस्था में विश्वास रखते हैं. यह संयुक्त राष्ट्र और अन्य अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं के लिए भी एक चुनौती है, जिन्हें इसका जवाब देना चाहिए." आलोक कुमार ने यह भी कहा कि धार्मिक उग्रवाद और जिहाद एक ऐसे संकट का रूप ले चुके हैं जिसे अब दुनिया भर को मिलकर लड़ना होगा, न सिर्फ कानून और व्यवस्था के स्तर पर, बल्कि यह मानसिकता और विचारधारा के स्तर पर भी एक युद्ध बन चुका है.


आलोक कुमार ने अंत में यह चेतावनी दी कि यदि इस मानसिकता और उग्रवाद के खिलाफ निर्णायक कदम नहीं उठाए गए, तो न सिर्फ बांगलादेश, बल्कि पूरी दुनिया में शांति स्थापित करना मुश्किल हो जाएगा.


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