(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
नूंह हिंसा को VHP नेता ने बताया हरियाणा सरकार की नाकामी, मुस्लिमों को लेकर दिया ये बयान
Haryana Violence: विश्व हिंदू परिषद (VHP) के इंटरनेशनल प्रेसिडेंट आलोक कुमार ने कहा कि हरियाणा सरकार को माहौल की पहले से जानकारी थी, इसके बावजूद इलाके में पुलिसबल कम संख्या में था.
Haryana Violence: हरियाणा के नूंह और मेवात में हुई हिंसा को लेकर अब जांच शुरू हो चुकी है और गिरफ्तारियां हो रही हैं. इस हिंसा में अब तक 5 लोगों की मौत हो चुकी है और कई लोग बुरी तरह घायल हैं. इस मामले में बजरंग दल कार्यकर्ता मोनू मानेसर का नाम चर्चा में है, जिसके वीडियो ने पूरे इलाके में तनाव फैलाने का काम किया था. नूंह में हुई इस हिंसा को लेकर विश्व हिंदू परिषद (VHP) के इंटरनेशनल प्रेसिडेंट आलोक कुमार ने एबीपी न्यूज़ से बातचीत की. जिसमें उन्होंने मुस्लिमों पर कई गंभीर आरोप लगाए.
पहले से थी हमले की तैयारी- वीएचपी नेता
वीएचपी के आलोक कुमार ने कहा, मैं समझता हूं कि मुसलमानों की एक समस्या है, जिहाद की एक धारणा है. ये यात्रा हर साल निकलती थी, पहली बार ये नहीं निकली है. उन लोगों ने इस बार काफी व्यवस्था की थी, उन्होंने अवैध हथियार और लाठी-डंडे रखे थे. जिसके बाद एक बड़ा हमला उन्होंने किया. इसके पीछे मैं हरियाणा सरकार की नाकामी को मानता हूं. क्योंकि इसकी जानकारी पहले से थी.
आरोपियों की तुरंत गिरफ्तारी जरूरी
वीएचपी नेता ने कहा कि हमारी गाड़ियां जो भटकर किसी दूसरी तरफ भी चली गई थीं, वहां भी लोगों के झुंड हमले के लिए तैयार थे. मुझे लगता है कि पिछली बार के मुकाबले पुलिसबल काफी कम थे. ज्यादातर पुलिसकर्मी छुट्टी पर थे. उन्होंने कहा कि नूंह की घटना के आरोपियों को तुरंत गिरफ्तार नहीं किया गया तो असंतोष को रोकना मुश्किल होगा. हिंदू समाज गुस्से में है. इसकी जिम्मेदारी हिंसा को शुरू करने वालों की होगी.
मोनू मानेसर पर भी दिया जवाब
मोनू मानेसर के वीडियो को लेकर वीएचपी नेता आलोक कुमार ने कहा कि ये वीडियो पिछले साल का है. इसे देखना होगा कि इस वीडियो को किसने डाला. मान भी लीजिए कि मोनू उस यात्रा में आ रहा था, तो इससे हिंसा करना उचित होगा? क्या बच्चों और महिलाओं पर पत्थर फेंकना उचित है? इस तरह की बहानेबाजी से काम नहीं चलेगा. अगर शांति रखने की अपेक्षा हिंदुओं से है तो मुसलमानों पर भी इसकी जिम्मेदारी होनी चाहिए. ॉ