नई दिल्ली: विश्व हिंदू परिषद प्रमुख प्रवीण तोगड़िया के विवाद में वीएचपी नेताओं ने आरएसएस से मध्यस्थता की मांग की है. प्रवीण तोगड़िया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर उनके खिलाफ साजिश करने के आरोप लगाए हैं. तोगड़िया ने गुजरात के ज्वाइंट कमिश्नर जेके भट्ट और पीएम मोदी की कॉल डिटेल सार्वजनिक करने की मांग की है.


सूत्रों के मुताबिक, तोगड़िया के आरोपों पर न तो वीएचपी और न ही आरएसएस कुछ बोलने को तैयार हैं. ऐसे में अब वीएचपी नेता आरएसएस से मध्यस्थता की मांग कर रहे हैं.

कहा जा रहा है कि विश्व हिन्दू परिषद् के कार्यकर्ताओं पर दबाव बढ़ रहा है कि विश्व हिन्दू परिषद् और बीजेपी के आला नेताओं के बीचृ संवाद की शुरुआत खुद मोहन भागवत और भैय्याजी जोशी करें. खबर हैं कि लोकल इकाईयों में बीजेपी-वीएचपी बातचीत अच्छी है, लेकिन आला नेताओं के बीच बंद है.

हर जिले के विश्व हिन्दू परिषद् के कार्यकर्ता जिलाधिकारियों को खत लिख रहे हैं. खत में लिखा गया है कि सारा हिन्दू समाज प्रवीण तोगड़िया के साथ जो हुआ उससे चिंतित है. ऐसे में समाज को आश्वस्त किया जाए. बाद में यही खत राष्ट्रपति को भी भेजे जायेंगे.

हालांकि प्रवीण तोगड़िया पर विश्व हिंदू परिषद भी उनसे दूरी बना रही है. इलाहाबाद के माघ मेले में 29 जनवरी को होने वाले वीएचपी के मार्गद्रर्शक मंडल की बैठक और संत सम्मेलन में तोगड़िया के मुद्दे पर चर्चा नहीं होगी. तोगड़िया ने पीएम मोदी पर उनके खिलाफ साजिश करने का आरोप लगाया है.

वीएचपी अपने ही अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रवीण तोगड़िया के आरोपों पर खुलकर नहीं बोल रही है. तोगड़िया भी मार्गदर्शक मंडल की होने वाली बैठक में शामिल नहीं होंगे.