नई दिल्ली: 25 नवम्बर को अयोध्या, मुम्बई और बेंगलुरु में वीएचपी बड़ी रैली की तैयारी में हैं. राममंदिर निर्माण के लिए सरकार पर दवाब बढ़ाना इस रैली का उद्देश्य है. 25 नवम्बर को उत्तर भारत मे अयोध्या, मध्य भारत मे मुम्बई और दक्षिण भारत मे बैंग्लुरू में केंद्र बनाकर ये रैलिया आयोजित की जाएंगी. दिल्ली में हुई संतो की उच्चधिकार समिति की बैठक में देश भर में ऐसी रैलिया करने का प्रस्ताव पास हुआ था. वीएचपी के महामंत्री सुरेंद्र जैन के मुताबिक इन रैलियों में 5 से 10 लाख तक संत और राम मंदिर समर्थक इकठ्ठे होंगे.


वीचपी रैली के ज़रिए सरकार पर दवाब बढ़ाने की रणनीति के तहत 9 दिसम्बर को दिल्ली के रामलीला मैदान में व देशव्यापी रैली करेगी. ये रैली संसद के शीतकालीन सत्र से पहले दिल्ली के रामलीला मैदान में आयोजित की जाएगी. वीचपी के पितृ संगठन आरएसएस की तरफ से राममंदिर निर्माण के लिए कानून या अध्यादेश लाने सलाह दी जा रही है. हाल ही में मुम्बई में हुई आरएसएस की दीवाली बैठक के दौरान आरएसएस के सरकरवाह भैयाजी जी जोशी ने भी सुप्रीम कोर्ट के निर्णय पर निराशा जाहिर करते हुए कानून का रास्ता अपनाने की बात कही थी.


आरएसएस के विचारक और बीजेपी के राज्यसभा सांसद राकेश सिंह राम मंदिर निर्माण पर प्राइवेट मेंबर बिल लाने की बात कह चुके है. सरकार की तरफ से भी लगातार राममंदिर निर्माण पर कानून या अध्यादेश लाने के संकेत मिल रहे हैं लेकिन स्थिति स्पष्ट नहीं होने के वजह से वीचपी और संत समाज सरकार पर लगातार दवाब बनाये रखना चाहता है. संसद के शीतकालीन सत्र से पहले दिल्ली में वीचपी बड़ी रैली आयोजित कर सरकार को बताना चाहती है कि सरकार राममंदिर निर्माण पर कानून या अध्यादेश लाये.


वीचपी राममंदिर निर्माण के लिए देश भर के हर जिले में रैलियां करेगी,साथ ही संत स्थानीय नागरिकों के साथ सांसदों को घेरेगे और उनसे राममंदिर निर्माण के लिए संसद में कानून बनाने के लिए हस्ताक्षर करवाएगी. फिलहाल चुनावी मौसम में वीचपी राममंदिर निर्माण की मांग और आंदोलन तेज़ करने में जुटी हुई दिखाई दे रही है.