नई दिल्ली: राम मंदिर निर्माण की मांग को लेकर अयोध्या में संतो और राजनेताओं का जमावड़ा लगना शुरू हो गया है. राम मंदिर निर्माण को लेकर अयोध्या में वीएचपी ने आज धर्म सभा का आयोजन किया है. इस दो दिन के दौरे पर अयोध्या पहुंचे शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने रामलला के दर्शन किए. दर्शन करने के बाद सुबह करीब 11 बजे उद्धव ठाकरे प्रेस कॉन्फ्रेंस भी करेंगे. उद्धव ठाकरे ने कल सरयू नदी पर आरती की, उन्होंने कहा कि हम कुंभकर्ण को नींद से जगाने आए हैं, हमें मंदिर निर्माण की तारीख चाहिए.
धर्मसभा में तीन लाख राम भक्तों के आने का अनुमान
धर्म सभा के आयोजकों की मांने तो करीब तीन लाख राम भक्तों के आने की संभावना है. यह सभा चार घंटे तक चलेगी. दोपहर 12.30 बजे से शाम 4.30 बजे तक यह सभा बड़ा भक्तमाल की बगिया में होगी. इस धर्म सभा में साधुसंत, वीएचपी और बीजेपी के कार्यकर्ता हिस्सा ले रहे हैं लेकिन मंच पर सिर्फ साधु संतों को ही स्थान दिया जाएगा.
छावनी में तब्दील हुई अयोध्या, चप्पे चप्पे पर पुलिस
वीएचपी की धर्मसभा और किसी 'अनहोनी' की आशंका को देखते हुए अयोध्या में सुरक्षा व्वस्था के चाक चौबंद इंतजाम किए गए. पूरी अयोध्या को किले में तब्दील कर दिया है. सड़कों, मुख्य चौराहों और बाजारों में भारी संख्या में पुलिस बल तैतान किया गया है. आसमान से निगरानी के लिए ड्रोन कैमरों का भी इंतजाम किया गया है. वहीं प्रशासनिक अमले की बात करें तो एक अपर पुलिस महानिदेशक, एक पुलिस उप-महानिरीक्षक, तीन वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, 10 अपर पुलिस अधीक्षक, 21 पुलिस उपाधीक्षक, 160 इंस्पेक्टर, 700 कांस्टेबल, 42 कंपनी पीएसी, पांच कंपनी आरएएफ, एटीएस कमांडो तैनात किए गए हैं.
पोस्टरों से पटी पड़ी अयोध्या, जगह जगह हो रहा स्वागत
वीएचपी की इस धर्मसभा के लिए तैयारियां जोरों पर हैं, पूरी अयोध्या और उसके आसपास के इलाकों में धर्म सभा के बड़े बड़े पोस्टर लगाए गए हैं. धर्मसभा में शामिल होने के लिए नेपाल से भी बड़ी संख्या में राम भक्त अयोध्या पहुंच रहे हैं. धर्मसभा में शामिल होने जा रहे राम भक्तों का बाराबंकी में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने स्वागत किया.
विश्व हिंदू परिषद ने कहा- राम मंदिर पर यह हमारी आखिरी बैठक
धर्मसभा से पहले वीएचपी ने राम मंदिर को लेकर बड़ा बयान दिया है. वीएचपी का कहना है कि राम मंदिर पर यह हमारी आखिरी सभा है, इसके बाद और सभाएं या प्रदर्शन नहीं होंगे, सीधे राम मंदिर का निर्माण होगा. वीएचपी के संगठन सचिव भोलेंद्र ने कहा, ‘‘हमने पहले 1950 से 1985 तक 35 साल अदालती फैसले का इंतजार किया. इसके बाद 1985 से 2010 तक का समय हाईकोर्ट को फैसला देने में लग गया. इसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने त्वरित सुनवाई की अर्जी दो मिनट में ठुकरा दी, दुर्भाग्य है कि 33 साल से रामलला टेंट में हैं.''
काशी में शंकराचार्य की धर्मसभा
एक ओर जहां वीएचपी ने अयोध्या में धर्मसभा बुलाई है तो वहीं काशी में आज शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती ने धर्म संसद का आह्वान किया है. शंकराचार्य के मुताबिक इस धर्म सभा में 1008 संत शामिल होंगे. फिलहाल इस बैठक का कोई एजेंडा तय नहीं है, शुरुआती बैठक में एजेंडा तय किया जाएगा, इसके बाद इस पर चर्चा होगी. आज शुरू होने वाली यह धर्म संसद 27 नवम्बर तक चलेगी. कार्यक्रम की शुरुआत सुबह 9.30 बजे होगी.