Vice Chancellor Letter: कांग्रेस नेता राहुल गांधी की कुलपतियों की चयन प्रक्रिया पर टिप्पणियों को लेकर विभिन्न यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलरों और प्रोफेसर ने खुला लेटर सोमवार (6 मई, 2024) को लिखा. इसमें कहा गया कि राहुल गांधी ने राजनीतिक लाभ के लिए झूठ का सहारा लिया है.
पत्र में कहा गया, "जिस प्रक्रिया से कुलपतियों का चयन किया जाता है, वह योग्यता, विद्वतापूर्ण और विशिष्टता के मूल्यों पर आधारित प्रक्रिया की विशेषता है. चयन पूरी तरह से शैक्षणिक और प्रशासनिक कौशल पर आधारित है और विश्वविद्यालयों को आगे ले जाने की दृष्टि से किया गया है. "
इसमें आगे कहा गया है, ''राहुल गांधी ने झूठ का सहारा लिया है और इससे राजनीतिक लाभ लेने के इरादे से बड़े पैमाने पर हमें बदनाम किया है. इस कारण हमारी प्रार्थना है कि उनके खिलाफ कानून के तहत तुरंत उचित कार्रवाई हो.''
लेटर में क्या लिखा?
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) की कुलपति शांतिश्री धुलीपुडी पंडित, दिल्ली विश्वविद्यालय के कुलपति योगेश सिंह और अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) के अध्यक्ष टी जी सीताराम समेत विभिन्न क्षेत्रों के शिक्षाविदों ने पत्र पर हस्ताक्षर किए हैं.
उन्होंने अपने पत्र में लिखा कि ज्ञान के मार्गदर्शक और संस्थानों के प्रशासक के रूप में वे उच्चस्तरीय प्रशासकीय निष्ठा, नैतिक व्यवहार तथा संस्थागत निष्ठा बनाए रखने की अडिग प्रतिबद्धता रखते हैं. दावा किया कि कुलपतियों के चयन की प्रक्रिया सख्त और पारदर्शी है
इनपुट भाषा से भी.