Agnipath Scheme: अग्निपथ योजना के खिलाफ हो रहे विरोध के बीच सेना के वाइस चीफ ने युवाओं को दिया संदेश, जानिए क्या कहा?
Agnipath Scheme: थलसेना के वाइस चीफ लेफ्टिनेंट जनरल बीएस राजू ने कहा कि अग्निपथ स्कीम में उम्र सीमा दो साल बढ़ा दी गई है इसलिए सभी युवा अपने गांव और शहर में जाएं और रिक्रूटमेंट की तैयारी करें.
Agnipath Scheme: अग्निपथ योजना के विरोध में देश के हिस्सों में प्रदर्शन (Protest) जारी हैं. कई जगह हिंसा भी हुई हैं. सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाया गया, ट्रेनों को जला दिया, सड़कों पर जाम लगाया गया. इसी बीच अग्निपथ स्कीम को लेकर युवाओं के उग्र प्रदर्शन पर थलसेना के वाइस चीफ (Vice Chief Of Army), लेफ्टिनेंट जनरल बीएस राजू (Lt Gen BS Raju) ने युवाओं को संदेश देते हुए एबीपी न्यूज से कहा कि युवाओं को मेरा मैसेज है कि अग्निपथ स्कीम में रिक्रूटमेंट की प्रक्रिया शुरु हो चुकी है. अगले दो दिनों में रिक्रूटमेंट वेबसाइट पर सब टर्म एंड कंडीशन होंगी.
उन्होंने कहा कि साथ ही ये भी बताना चाहूंगा कि पिछले दो सालों में जो युवा तैयारी कर रहे थे, लेकिन अब अयोग्य हो गए थे, अग्निपथ स्कीम में उनके लिए उम्र सीमा दो साल बढ़ा दी गई है इसलिए सभी युवा अपने गांव और शहर में जाएं और रिक्रूटमेंट की तैयारी करें. उन्होंने कहा कि कॉम्पिटिशन जरूर है, लेकिन जो मेहनत करेगा वो सेना में अग्निवीर बनकर जरूर आएगा.
क्या बोले थलसेना के वाइस चीफ?
एबीपी न्यूज के इस सवाल पर कि क्या अब सेना नौकरी का विकल्प नहीं है सिर्फ सेवा और सुरक्षा के लिए ही है, इस पर लेफ्टिनेंट जनरल ने कहा कि अग्निवीर स्कीम तीन किस्म के लोगों के लिए है. एक उनके लिए है जो सिर्फ चार साल के लिए अग्निवीर बनना चाहते हैं. इनमें से 25 प्रतिशत जो फिजीकली फिट है, जिसका एटिटयूड और एपटिट्यूड फौज के लिए है, वो सेना में अपनी सेवाएं जारी रखेगा और परमानेंट सोल्जर यानि स्थाई सैनिक बनेगा. बाकी 75 प्रतिशत सोसायटी के अंदर जाएंगे और चार साल के अंदर उसको जो एक्सपोजर और अनुभव अग्निवीर के रूप में मिला है उसका इस्तेमाल सिविल-क्षेत्र में नौकरी करने में करेंगे.
हमारे अग्निवीर में होंगी कई खूबियां
थलसेना के वाइस चीफ ने कहा कि इस दौरान उसे 11.72 लाख रुपये सैलरी मिल रही है और इतना ही करीब सेवा निधि पैकेज मिल रहा है. ऐसे में अगर बच्चा 18 साल की उम्र में सेना में अग्निवीर बन गया तो 22 साल में बाहर निकल जाएगा और आगे पढ़ाई करना चाहता है तो पढ़ाई कर सकता है. खुद इंटरप्रेन्योर बनना चाहता है तो 12 लाख रुपये कम नहीं हैं. अगर वो आगे किसी गर्वमेंट जॉब या प्राइवेट में जाना चाहता है तो वहां भी जा सकता है. उन्होंने कहा कि आज के समय में सिविल सर्विस (असैन्य नौकरियों) में जॉब के लिए फिजीकली फिट, मैंटली साउंड, अनुशासन और लॉयन (कर्तव्यनिष्ठ) होना भी जरूरी है और ये सब खूबियां हमारे अग्निवीर में होंगी. चार साल की नौकरी के बाद आगे जाने का और मौका मिलेगा. फौज में ही रहे, नहीं तो आगे के लिए एक और अलग दुनिया सामने होगी.
क्या है अग्निपथ स्कीम?
अग्निपथ स्कीम (Agnipath Scheme)के तहत अब सशस्त्र सेनाओं में भर्ती की जाएंगी. 4 साल के लिए सेना में भर्ती (Army Recruitment) होने वाले सैनिकों को अग्निवीर (Agniveer) नाम दिया जाएगा. चार साल के बाद सभी अग्निवीरों की सेवाओं की समीक्षा होगी और मात्र 25 प्रतशित ही सेना में आगे अपना नौकरी जारी रख पाएंगे. वहीं बाकी 75 प्रतिशत को रिटायरमेंट दे दिया जाएगा. रिटायरमेंट के बाद इन अग्निवीरों को पेंशन की बजाए एकमुश्त धनराशि दी जाएगी.
इस साल के लिए उम्र सीमा में दी गई छूट
इस साल अग्निपथ योजना के लिए युवाओं की अधिकतम आयु 23 साल कर दी गई है. सेना की इस नई रिक्रूटमेंट योजना (Recruitment Scheme) को लेकर सरकार ने मंगलवार को जो घोषणा की थी उसमें अधिकतम उम्र 21 साल थी. बीते गुरुवार को रक्षा मंत्रालय (Defence Ministry) की तरफ से आधिकारिक बयान जारी कर सरकार के अग्निपथ स्कीम (Agnipath Scheme) में किए गए बदलाव के बारे में जानकारी दी गई. इस छूट के तहत 2022 की अग्निपथ योजना के लिए भर्ती प्रक्रिया के लिए ऊपरी आयु सीमा को बढ़ाकर 23 वर्ष कर दिया गया है. अगले साल यानी 2023 से ये फिर से साढ़े 17 से 21 साल कर दी जाएगी.
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