Vice Chief of Army Staff: लेफ्टिनेंट जनरल एमवी सुचिंद्र कुमार को सेना का नया उप प्रमुख (Vice Chief of Army Staff) नियुक्त किया गया है. लेफ्टिनेंट जनरल एम.वी. सुचिंद्र कुमार को थलसेना का नया उप प्रमुख नियुक्त किया गया है. फिलहाल वह सेना मुख्यालय में डिप्टी चीफ ऑफ स्टाफ (सामरिक) के तौर पर सेवाएं दे रहे हैं. सूत्रों ने कहा कि लेफ्टिनेंट जनरल कुमार ले. जनरल बी. एस. राजू की जगह लेंगे, जिन्हें जयपुर में स्थित दक्षिण पश्चिमी सैन्य कमान का कमांडर नियुक्त किया गया है. 


फिलहाल उधमपुर में उत्तरी कमान में चीफ ऑफ स्टाफ के तौर पर सेवाएं दे रहे ले. जनरल एन.एस.आर. सुब्रमणि को लखनऊ में स्थित सेना की मध्य कमान का कमांडर नियुक्त किया गया है. यह सभी नियुक्तियां एक मार्च से प्रभावी होंगी. ले. जनरल सुचिंद्र कुमार राष्ट्रीय रक्षा अकादमी, खड़कवासला के पूर्व छात्र हैं. वह जून 1985 में 1 असम रेजिमेंट में तैनाती के साथ सेना में शामिल हुए थे.


संभाले हैं कई बड़ा पद


जनरल एमवी सुचिंद्र कुमार नियंत्रण रेखा (Line of Control) पर 59 राष्ट्रीय राइफल्स बटालियन, इन्फैंट्री ब्रिगेड और इन्फैंट्री डिवीजन की कमान संभाल चुके हैं. जनरल कुमार व्हाइट नाइट कोर की कमान भी संभाल चुके हैं. वह आर्मी हेडक्वार्टर में एडिशनल डायरेक्टर जनरल मिलिट्री इंटेलिजेंस और डायरेक्टर जनरल मिलिट्री इंटेलिजेंस के पदों पर रह चुके हैं.


'ऑपरेशन पराक्रम' में बटालियन की कमान संभाली


वहीं, लेफ्टिनेंट जनरल बीएस राजू को दिसंबर 1984 में जाट रेजिमेंट की 11वीं बटालियन में कमीशन दिया गया था. बाद में उन्होंने जम्मू-कश्मीर में 'ऑपरेशन पराक्रम' के दौरान अपनी बटालियन की कमान संभाली. उन्हें कश्मीर घाटी में नियंत्रण रेखा, काउंटर इंसर्जेंसी फोर्स और चिनार कॉर्प्स के साथ उरी ब्रिगेड की कमान संभालने का गौरव भी प्राप्त है. जनरल ऑफिसर भूटान में भारतीय सैन्य प्रशिक्षण दल के कमांडेंट भी थे.


1985 में गढ़वाल राइफल्स में नियुक्त हुए


लेफ्टिनेंट जनरल सुब्रमणि को दिसंबर 1985 में गढ़वाल राइफल्स की आठवीं बटालियन में नियुक्त किया गया था. वह जॉइंट सर्विसेज कमांड स्टाफ कॉलेज, ब्रैकनेल (यूके) और नेशनल डिफेंस कॉलेज, दिल्ली के पूर्व छात्र रहे हैं. जनरल सुब्रमणि ने किंग्स कॉलेज, लंदन से एमए की डिग्री हासिल की है.


लेफ्टिनेंट जनरल सुब्रमणि का 35 वर्षों का लंबा करियर है, जिसमें उन्होंने विभिन्न पदों पर अपनी सेवाएं दी हैं. उन्होंने 2018 में 'ऑपरेशन राइनो', सांबा में 168 इन्फैंट्री ब्रिगेड और 17 माउंटेन डिवीजन का हिस्सा रहते हुए असम में काउंटर इंसर्जेंसी ऑपरेशंस में 16 गढ़वाल राइफल्स की कमान संभाली है.


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