VP Jagdeep Dhankar Advice To MPs: उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने सांसदों को सदन की कार्यवाही को बाधित करने से परहेज करने की सलाह दी. IIT मद्रास में सेंटर फॉर इनोवेशन का उद्घाटन करने के बाद उपराष्ट्रपति ने विपक्ष के 12 सांसदों के खिलाफ जांच के मामले में कहा, "राज्यसभा के सभापति के रूप में सदन में अनुशासन सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी मेरी है. यह एक स्थायी ढांचा है जिसे भंग नहीं किया जा सकता है. हमारे लिए अनुशासन एक मॉडल है."
धनखड़ ने मंगलवार (28 फरवरी) को लोकतंत्र के मंदिर यानी संसद में मर्यादा बनाए रखने की आवश्यकता पर बल दिया और सदन में अनधिकृत जानकारी डंप करने के लिए एक सदस्य (कांग्रेस नेता राहुल गांधी) के खिलाफ विशेषाधिकार हनन को उचित ठहराया. उन्होंने कहा, "सांसदों को सदन में विकासशील मुद्दों को उठाने का प्रयास करना चाहिए और राज्य सभा के सभापति के रूप में मेरी जिम्मेदारी की है कि इसके लिए उचित माहौल बनाकर रखूं."
युवाओं से उपराष्ट्रपति की अपील
उपराष्ट्रपति ने कहा, "यदि कार्यपालिका को जवाबदेह ठहराने के लिए बनाई गई संसद बिना किसी कामकाज के बाधित रही तो टैक्सपेयर्स का पैसा बर्बाद हो जाएगा." धनखड़ ने IIT मद्रास के युवाओं से अपील की कि वे एक ऐसा इकोसिस्टम तैयार करें जिससे लोकतंत्र में संसद या विधायिका की पवित्रता पर कोई आंच न आए. उन्होंने कहा, "इसे एक जन आंदोलन बनाएं, प्रतिनिधियों को जवाबदेह बनाएं." उन्होंने आगे कहा, "जो लोग सांसदों को चुनकर भेजते हैं वे उन्हें देखते हैं और व्यवधान या गड़बड़ी को मंजूरी नहीं देते हैं."
विशेषाधिकार हनन पर क्या बोले?
उपराष्ट्रपति ने आगे कहा, "संसद को किसी भी असत्यापित जानकारी या लापरवाह आरोपों के लिए डंपिंग ग्राउंड नहीं बनना चाहिए." उन्होंने आगे कहा, "आपको सूचना को प्रमाणित करना चाहिए और इसकी जिम्मेदारी लेनी चाहिए. यदि गलत निकला, तो हमारे पास संसद में एक तंत्र है- विशेषाधिकार का उल्लंघन." राहुल गांधी के खिलाफ विशेषाधिकार हनन पर धनखड़ ने कहा, "विशेषाधिकार के हनन के लिए किसी को फंसाना अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का गला घोंटना नहीं है, बल्कि यह संसद पर अप्रमाणित सूचनाओं की डंपिंग का गला घोंटना है."
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